नई दिल्ली- किसान आंदोलन के सात महीने पूरे हो गए। आज किसानों ने विभिन्न जगहों पर राज्य पाल को ज्ञापन सौंपा। कई जगहों पर किसान बड़े प्रदर्शन करते भी देखे गए। पंचकूला और मोहाली से हजारों किसानों ने बैरिकेड तोड़कर चंडीगढ़ में प्रवेश किया।
कुछ जगहों पर पुलिस और किसानों में नोकझोंक भी हुई और दोपहर राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की अफवाह भी उड़ी लेकिन वो सिर्फ एक अफवाह निकली। अब किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि हमारे जिन पदाधिकारियों को पकड़ा हैं उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा यह तय कर बड़ी क्राांति होगी।
उन्होंने कहा कि संसद तो किसानों का अस्पताल हैं। वहां हमारा इलाज होगा। हमें पता चला हैं कि किसानों का इलाज एम्स से अच्छा तो संसद में होता है। हम अपना इलाज वहां कराएंगे। जब भी दिल्ली जाएंगे हम संसद में जाएंगे
अब उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि दिल्ली के उप राज्यपाल महोदय जी से किसानों की नॉर्थ ईस्ट डीसीपी दफ्तर में वर्चुअल मीटिंग कराई गई राज्यपाल महोदय के सचिव ने डीसीपी दफ्तर आकर ज्ञापन लिया।आज किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे।
दिल्ली के उप राज्यपाल महोदय जी से किसानों की नॉर्थ ईस्ट डीसीपी दफ्तर में वर्चुअल मीटिंग कराई गई राज्यपाल महोदय के सचिव ने डीसीपी दफ्तर आकर ज्ञापन लिया।आज किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे।#FarmersProtest @AHindinews @PTI_News @AmarUjalaNews @punjabkesari @thewire_in pic.twitter.com/IDPVzbMxxt
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) June 26, 2021
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