Faridabad Assembly

Palwal Assembly

Faridabad Info

पूरे पलवल को ठगने का प्लान था, CIA प्रभारी अशोक कुमार और साइबर सेल ने फेरा मंसूबों पर पानी 

Palwal-Haryana-News
हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

फरीदाबाद - पलवल पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने साइबर क्राइम करने वाले गिरोह का भंडाफोड करते हुए एक महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने मात्र दस दिन के अंदर 43 लोगों के बैंक खातों  से 31 लाख रुपये निकाल लिए और 3 करोड़ रुपये निकालने की तैयारी थी। आरोपियों के बैंक खातों को बंद करा दिया गया है जिनमें दस लाख रुपये जमा हंंै। फिलहाल आरोपियों को अदालत में पेश कर गहन पूछताछ के लिए पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

पलवल जिला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने बताया कि 24 मई से 2 जून के अंतराल में 43 मुकदमे दर्ज किए गए जिनमें पीडि़तों ने कहा कि उनके बैंक खातों से रुपये निकलने का मैसेज आ रहा है। दिन-प्रतिदिन दर्ज हो रहे इस प्रकार के मुकदमों की गंभीरता को देखते हुए सीआईए पलवल इंचार्ज अशोक कुमार व साइबर सैल प्रभारी हैड़ कांस्टेबल विनोद भाटी के नेतृत्व में टीम गठित कर गहनता से जांच की गई। जांच में पाया गया कि पीडि़तों के खातों से निकाले हुए रुपये जिला छपरा बिहार निवासी आमिर हुसैन व जिला औरंगाबाद बिहार निवासी चितरंजन के खातों में जमा हुआ है। आमिर हुसैन व चितरंजन पलवल में ही किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। सबसे पहले आमिर हुसैन व चितरंजन को काबू कर पूछताछ की गई। 

पूछताछ के आधार पर गाजियाबाद (यूपी) निवासी रोहित त्यागी, बिहार निवासी किरण पुत्री प्रमोद शर्मा को दिल्ली से काबू किया गया। चारों आरोपियों से गहन पूछताछ करने पर पता चला कि उन्होंने पलवल के रजिस्ट्री कार्यालय में डेली वेस पर काम करने वाले गांंव खटेला निवासी तुलराम से मिलीभगत करके रजिस्ट्रीयां हांसिल की है। तुलाराम को भी गिरफ्तार किया गया और सभी से आमने-सामने गहन पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि प्राप्त हुई रजिस्ट्रीयों पर खरीदार व विक्रेताओं के लगे हुए अंगूठे के निशान व आधार कार्ड नंबर को लिया गया। उसके बाद अंगूठे का क्लोन तैयार कर एईपीएस (आधार इनेब्लड पेमेंट सिस्टम के जरिए) से 31 लाख रुपये निकाल लिए। इतना ही नहीं आरोपियों ने काफी अंगूठा क्लोन तैयार कर रखे हुए थे जिनसे तीन करोड़ रुपये निकालने थे। लेकिन उससे पहले ही उनको गिरफ्तार कर लिया गया। 

आरोपियों के कब्जे से 2 हजार 78 रजिस्ट्री बरामद की गई है और आरोपियों का प्लान इन सभी के खातों से पैसे उड़ाने का था। ये ऐसा कर पाते तो पलवल के वो सभी लोग ठगे जाते जिनकी ये रजिस्ट्रियां थीं। एक हफ्ते ये न पकडे जाते तो ये सभी को ठग लेते। सभी के बैंक खाते खाली कर देते। मामले सामने आने के बाद  पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत, पलवल क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अशोक कुमार और उनकी टीम ,  साइबर सैल प्रभारी हैड़ कांस्टेबल विनोद भाटी और उनकी टीम ने रात-दिन जागकर ये मामला सुलझाया और आरोपियों को दबोचा। 

इनके पास से रजिस्ट्रियों के अलांवा एक बायोमेट्रिक मशीन, 11 डेबिट कार्ड, 270 सिम कार्ड, अंगूठा क्लोन रबड, स्टेम्प मशीन, इलैक्ट्रिक केबल, पांच बोतल फोटो पॉलीमर रबड जैल, एक लैपटॉप, प्रिंटर-स्कैनर, एक लेमिनेशन मशीन, दो पैकेट प्लास्टिक सीट, 220 अंगूठा क्लोन, आधार कार्ड खाली फॉर्मेट 68 प्लास्टिक कार्ड, 21 पैन कार्ड, 64 पास्पोर्ट साइज फोटो, 5 आधार कार्ड, एक पैन ड्राईव, एक ड्राईविंग लाईसेंस, एक पासबुक व एक चैकबुक को बरामद किया गया है। आरोपियों को अदालत में पेश कर गहन पूछताछ के लिए 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया हुआ है। आरोपियों के एक-दो साथी फिलहाल फरार है जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।



फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

India News

Post A Comment:

0 comments: