चंडीगढ़, 5 जून- आज सुबह से हरियाणा सर्कार की बड़ी फजीहत हो रही थी जब खबरों में आया कि विदेश के कोई भी देश हरियाणा को वैक्सीन देने के लिए राजी नहीं हैं, अब रूस ने हरियाणा सर्कार के आंसू साफ किये हैं, पढ़ें
देश के कई राज्यों ने हाल ही में भारत सरकार से प्राप्त होने वाली कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति को बढ़ाने तथा 18-44 वर्ष आयु वर्ग के अपने नागरिकों के पूर्ण टीकाकरण के लिए वैश्विक निविदाएं जारी की हैं। इस संबंध में हरियाणा राज्य ने भी 26 मई को हरियाणा चिकित्सा सेवा निगम (एचएमएससीएल) के माध्यम से एक वैश्विक निविदा जारी की थी जो 4 जून को बंद हो गई।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हालांकि निविदा में कोई बोली प्राप्त नहीं हुई थी, लेकिन फार्मा रेगुलेटरी सर्विसेज लिमिटेड जो कि एक अंतरराष्ट्रीय फार्मा कंपनी है और जिसका मुख्यालय मालटा में है, ने एचएमएससीएल को ‘गमलेया इंस्टीट्यूट एंड रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमैंट फंड’ द्वारा निर्मित स्पुतनिक-वी वैक्सीन की 60 मिलियन खुराक तक प्रदान करने के लिए रुचि की अभिव्यक्ति दी है। ।
भारत में उपयोग के लिए वर्तमान में डीसीजीआई द्वारा अनुमोदित तीन वैक्सीन में से एक स्पुतनिक-वी है। फर्म द्वारा की गई पेशकश के अनुसार वैक्सीन की प्रति खुराक लगभग 1120 रुपए कीमत होगी। फर्म ने उनके नाम से जारी साख-पत्र में 5,000,00 खुराक के पहले बैच की आपूर्ति के लिए 30 दिनों की समय-सीमा दी है। इसके बाद, आपूर्ति पूरी होने तक हर 20 दिन के अंतराल में 10 लाख खुराक दी जाएंगी।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने बताया कि हालांकि निविदा की देय तिथि समाप्त होने के बाद इस फर्म से प्रस्ताव आया है, लेकिन फिर भी यह देखने के लिए सावधानीपूर्वक जांच की जा रही है कि क्या यह फर्म निविदा-दस्तावेजों के मानदंडों को पूरा करती है और राज्य के लिए सर्वोत्तम वैक्सीन उपलब्धता सुनिश्चित करती है।
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