इस संबंध में जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव पी. के दास ने बताया कि यह चेक वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए एनटीपीसी, आईपीजीसीएल और हरियाणा के संयुक्त उद्यम अरावली पॉवर कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड (एपीपीएल) में राज्य के इक्विटी योगदान के लिए अंतरिम लाभांश भुगतान का है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने परियोजना में इक्विटी के रूप में 716 करोड़ रुपए का निवेश किया है और लाभांश की राशि के रूप में अब तक 534.25 करोड़ प्राप्त हो चुके हैं।
एचपीजीसीएल के प्रबंध निदेशक मोहम्मद शाईन ने बताया कि हरियाणा में कोयला आधारित 3 & 500 मेगावाट क्षमता का बिजली संयंत्र विकसित करने के लिए के एनटीपीसी, एचपीजीसीएल और आईपीजीसीएल के बीच 24 अगस्त 2006 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। उन्होंने बताया कि झाड़ली, मोहनबाड़ी, गोरिया और खानपुर खुर्द गांवों से करीब 2231 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया।
उन्होंने बताया कि यह परियोजना एनटीपीसी द्वारा झज्जर में स्थापित की गई थी और इसका संचालन और रखरखाव भी एनटीपीसी द्वारा किया जा रहा है।
इस परियोजना से बिजली बंटवारे के संबंध में उन्होंने बताया कि दिल्ली और हरियाणा के बीच 50:50 के अनुपात में बिजली का बंटवारा हो रहा है।
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