विद्रोही ने कहा कि देश में भाजपा-संघ का विकल्प कांग्रेस है और नरेन्द्र मोदी का विकल्प इस समय राहुल गांधी ही है। मोदी-भाजपा-संघ सुनियोजित ढंग से सत्ता के बल पर मीडिया का दुरूपयोग करके राहुल गांधी व कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर रहे है, उससे स्पष्ट है कि भाजपा-संघ की नजरों में भी राहुल गांधी ही नरेन्द्र मोदी का विकल्प है तभी सुनियोजित ढंग से राहुल गांधी का चरित्र हनन किया जा रहा है। विद्रोही ने कहा कि इस समय कांग्रेसजनों को एकजुट होकर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को मजबूत करके कांग्रेस से छिटके परम्परागत समर्थकों को वापिस कांग्रेस की झोली में लाने के लिए जमीनी धरातल पर मेहनत करने की जरूरत है। विद्रोही ने राहुल गांधी को उनके जन्मदिवस पर बधाई देते हुए आशा प्रकट की कि वे फिर से कांग्रेस का गौरव लौटाकर देश को गांधी, नेहरू, अम्बेडकर, पटेल, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस व मौलाना अबुल कलाम आजाद के दिखाये रास्ते पर ले जाकर साम्प्रदायिक शक्तियों को परास्त करेंगे।
विद्रोही ने कहा कोविड-19 संकट, लोकडाउन में राहुल गांधी ने जिस परिपक्वता का परिचय देकर देश, समाज, सरकार को लगातार आगाह किया, आमजनो की कठिनाईयों की पुरजोर से ढंग से आवाज उठाई। प्रवासी मजदूरों के दुखो को समझकर उनकी हर संभव मदद की। बार-बार सरकार को प्रवासी मजदूरों, गरीबो, छोटे, लघु-माध्यम उद्दोगों, दुकानदारों, दिहाड़ीदार मजदूरों, फेरीवालों, रिक्शावालों, टैक्सी चालकों, डाक्टरों, नर्सिंग-पैरा मेडिकल स्टाफ सहित समाज के हर तबके की आवाज उठाई उससे उनका कद आमजनो के मन में और उच्चा हुआ है। इस वर्ष फरवरी माह में जब प्रधनामंत्री मोदीजी आत्ममुग्ध होकर कोरोना को हराने की डींग मारकर अपने मुंह मिया मिठ्ठू बनकर एक तरह से लोगों को कोरोना बचाव व सावधानी से हटाकर कोरोना संक्रमण फैलाव को अप्रत्यक्ष रूप से बढावा दे रहे थे, तब उसी समय राहुल गांधी देश व मोदी सरकार को कोरोना की दूसरी लहर आने की चेतावनी व आगाह करके समय पर आवश्यक कदम उठाने की सार्वजनिक मांग कर रहे थे। पर सत्ता अहंकारी मोदीजी व संघीयों ने राहुल गांधी की चेतावनी को अनसुना करके उनका मजाक उड़ाया जिसका दुष्परिणाम पूरे देश ने भुगता। वहीं विद्रोही ने कहा कि राहुल गांधी ने कोरोना वैक्सीन टीका सभी नागरिकों को मुफ्त व तुरंत लगाने की वकालत पहले ही दिन से की, पर मोदी सरकार ने सत्ता अहंकार में राहुल गांधी की यह बात भी नही मानी और मानी तब तक बहुत जनहानि हो चुकी थी। कोरोना संकट गवाह है कि जहां राहुल गांधी एक विजनरी नेता के रूप में उभरे है, वहीं मोदी जी एक जुमलेबाज, अहंकारी व्यक्ति के रूप में बेनकाब हुए है।
विद्रोही ने कहा इस संकट की घडी में राहुल गांधी मोदी जी के विकल्प के रूप में एक प्रभावी, गंभीर, जनहितैषी व जनसरोकारों से जुड़े नेता के रूप में उभरे है। चीनी घुसपैठ पर राहुल गांधी ने जिस तरह बार-बार मोदी-भाजपा सरकार को चेताया उससे उनकी छवि एक प्रखर नेता के रूप में उभरी है। विद्रोही ने कहा आज देश-कांग्रेस को राहुल गांधी के नेत्रत्तव की भारी जरुरत है और फिर से कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभालकर कांग्रेस को भाजपा-मोदी का एक मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित करे, जो समय की मांग व आवश्यकता है।
Post A Comment:
0 comments: