फरीदाबाद- शहर में कोरोना की रफ़्तार रोकने में दो विभाग के अधिकारियों का अहम् योगदान है। एक समय में 350 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव थे लेकिन पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह और उनकी पूरी टीम मोर्चे पर डटी रही। जिला उपायुक्त यशपाल की मेहनत को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और उन्होंने भी अपनी तरह से 100 फीसदी योगदान दिया। इन दोनों विभागों के अधिकारियों को और भी काम होते हैं और पुलिस जहाँ इस दौरान शहर के लोगों की सुरक्षा करती रही और बदमाशों को भी पकड़ती रही तो उपयुक्त यशपाल अपने विभाग के अन्य कामकाज भी देखते रहे। शहर के अधिकतर लोग पुलिस आयुक्त ओपी सिंह और जिला उपायुक्त यशपाल के कामकाज से खुश हैं।
एक दिन पहले हमने एक खुलासा किया था जिसमे हमने बताया था कि फरीदाबाद के सरूरपुर चौक के पास वक्फ बोर्ड की जमीन गायब हो गई है। साढ़े चार एकड़ जमीन में से लगभग चार एकड़ जमीन में प्लाटिंग हो गई है। दो तीन प्लाट की खाली पड़े हैं और हम वहाँ ग्राहक बनकर गए थे तो हमें प्लाट दिखाए गए और कहा गया कि ले-देकर बिजली पानी भी लग जाएगा। लोगों ने प्लाटिंग करने वालों के बारे में बताया और एक भाजपा नेता का नाम आया जो कई पार्टियों में रह चुके हैं। फिलहाल भाजपा में हैं। बिचौलियों की बातों को हम चुपचाप रिकार्ड भी करते रहे ताकि हमारे पास सबूत इकट्ठे हो सकें। वहाँ से लौटने के बाद हमें उपायुक्त यशपाल से जानकारी हासिल की कि क्या वक्फ बोर्ड की जमीन पर प्लाटिंग की जा सकती है। उन्होंने तुरंत जबाब दिया कि नहीं हो सकती। इसके बाद हमने उन्हें बताया कि फरीदाबाद के सोहना रोड के पास सरूरपुर चौक के पास साढ़े चार एकड़ वक्फ बोर्ड की जमीन है, लगभग चार एकड़ में प्लाटिंग हो गई है। आज शाम को हम मौके पर थे, ग्राहक बनकर गए थे। हमें कुछ बचे प्लाट दिखाए गए, कहा गया ले-देकर बिजली वगैरा भी लग जाएगी, रजिस्ट्री नहीं होगी, लेकिन अगर आप प्लाट लेंगे तो आपको लिखित में कागज दे दिया जाएगा, सर संज्ञान में लें, बड़ा मामला है।
अब उपयुक्त यशपाल का फिर जबाब आया है और उनका कहना है कि इस बारे मैंने सिटी मजिस्ट्रेट को आदेश किए हैं कि वह संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगे एवं कार्यवाही करने के लिए भेजें।
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