नई दिल्ली - कॉरोनकाल के दूसरे चरण में जब लोग अस्पताल में बेड के लिए अपनों से गुहार लगा रहे थे, इंजेक्शन और आक्सीजन के लिए भटक रहे थे। सैकड़ों लोगों ने आक्सीजन इंजेक्शन के अभाव में अपनों के सामने ही दम तोड़ दिया। ऐसे समय में कुछ लोग अपनों ही नहीं दूसरों की भी मदद कर रहे थे तो कुछ लोग जनता को लूट भी रहे थे। लुटेरों और ठगों की संख्या सैकड़ों नहीं हजारों में है। देश भर में ऐसे ठग लुटेरे पकडे गए और अब भी पकडे जा रहे हैं। आजकल साइबर ठगों का आतंक ज्यादा बढ़ गया है और कोरोनाकाल में भी ठगों के जनता को ठगने में कोई कमी नहीं की।
दिल्ली साइबर क्राइम पुलिस ने बिहार पुलिस की मदद से नालंदा में छापेमारी कर ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। ऑक्सीजन के नाम पर करोड़ों की ठगी करनेवाले गिरोह के मुख्य सरगना छोटू चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है।
जब पुरे देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा था, छोटू चौधरी गिरोह ने मरीज के परिजनों से ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के नाम पर लाखों-करोड़ों रूपये की वसूली की थी। पुलिस के अनुसार यह ठगी गिरोह इतना बड़ा था जिसमे तीन सौ से अधिक लोग शामिल थे। लगातार ठगी की शिकायत मिलने के बाद दिल्ली साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने स्थानीय पुलिस के मदद से नालंदा में कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर करीब तीन दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था। मुख्य सरगना छोटू चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापामारी की जा रही थी, लेकिन वह जिला छोड़कर भागने में सफल रहा था।
कल पुलिस को सूचना मिली कि वह सारे थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में अपने रिश्तेदार के यहां आया हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने उसे उसके रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.पुलिस के मुताबिक छोटू चौधरी की के गुर्गे पहले फ्लिपकार्ट, फोनो फ्रेंडशिप, जैसे पुराने तरीके से फर्जीवाड़े को अंजाम देता था, लेकिन इस कोरोना संक्रमण काल के दौरान इस महामारी को उसने अवसर बनाकर ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य मेडिकल मसलों के नाम पर साइबर अपराध के मामले को अंजाम देने में जुट गया।
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