पलवल- महिपाल की रिपोर्ट- जहां एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी कोरोना के चलते कंपनियों को यह आदेश दे रहे हैं कि इस लॉकडाउन में किसी भी मजदूर को निकाला नहीं जाएगा और साथ ही कंपनी अगर बंद होती है तो उनको दिहाड़ी पूरी दी जाएगी वहीं एक मामला गांव बैंड वाली तहसील होडल पलवल से मामला सामने आया है कि ओमेक्स कंपनी जो बिल्डिंग बनाती है एक अरुण कुमार नाम के व्यक्ति उसमे नौकरी करते थे। अब उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। वो कई साल से कंपनी में काम कर रहे थे लेकिन पिछले साल मई 2020 में उन्हें कंपनी से निकाल दिया गया।
अरुण का कहना है कि मैक्स कंपनी ने चंडीगढ़ मोहाली में किसानों से जमीन खरीदी तीन भाइयों की जमीन थी ओमेक्स कंपनी का जो मालिक थे उन्होंने एक भाई को अपने भाई को पैसे देकर दो भाइयों की जमीन हड़प ली जब उन भाइयों ने जमीन पर कब्जा होते देखा तो उन्होंने एक साथ होकर के उस जमीन को कब्जे में कर लिया फिर उन लोगों ने ओमेक्स कंपनी पर केस ना करते हुए अरुण कुमार तोमर पर केस कर दिया जब इस बात की जानकारी अरुण कुमार तोमर को मिली तो उसने कंपनी के मालिक को बताया कि सर इन्होंने मेरे ऊपर केस को किया हुआ है क्योंकि जमीन तो उमेश कंपनी ने खरीदी है जब उन्होंने यह कंपनी से बात करी तो उन्होंने अरुण कुमार तोमर को बोला यह कोर्ट में केस है यह कोर्ट में आप देखोगे उधर जो कंपनी की एक के जो मैडम थी उन्होंने भी अरुण कुमार तोमर को जान से मारने की धमकी दी।
गांव हिंडोली से अरुण कुमार तोमर को ओमेक्स कंपनी ने बगैर कारण बताए नौकरी से निकाला। और अब अरुण कुमार का परिवार 1 साल से नौकरी चले जाने से पाई पाई के लिए तरस रहे हैं तो इन्होंने जब पुलिस में अपनी शिकायत दी तो पुलिस वालों ने भी इनको इनकी शिकायत नहीं ली और इन को गुमराह किया जा रहा है इस बीच में यह मीडिया के सामने आए और मीडिया से उन्होंने रिक्वेस्ट करें कि सर जब हम को नोकरी से निकाल दिया और 1 साल तनख्वा भी नहीं दी है और हमें इस केस में क्यों घसीटा जा रहा है।
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