नई दिल्ली - देश में कोरोना के पहले चरण में पिछले साल लॉकडाउन के दौरान शराब के ठेके बंद रहे और उस समय भी कई गुणा रेट पर शराब बिकी। कुछ जगहों पर शराब घोटाले भी सामने आये, ठेके खुलने के बाद ठेकों पर ऐतिहासिक लाइनें भी कई राज्यों में दिखीं -इस साल दूसरे चरण में भी कई राज्यों में ठेके बंद रहे लेकिन शराब की बिक्री उसी तरह जारी रही। दोगुने तिगुने दाम वसूले गए। फिलहाल कोरोना के नए मामले देश में काफी कम हुए और कई राज्यों में लाकडाउन में काफी छूट मिली और शराब के ठेके खुल गए। ठेको पर अधिक दाम लेने की सूचनाएँ अब भी मिल रहीं हैं लेकिन उत्तर प्रदेश से एक अजीब खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में तमाम ठेकों पर पोस्टर चिपका देखा गया जिस पर लिखा है कि वैक्सीन लगवाने वालों को ही शराब बेंची जाएगी।
इस खबर के बारे में सच जानने का प्रयास करने पर पता चला कि जो पोस्टर ठेकों पर लगे हैं वो ठेके वालों ने ही लगाए हैं कि स्थानीय एसडीएम हेमसिंह ने अपनी तहसील क्षेत्र में वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने लिए नया तरीका अपनाया है। उन्होंने शराब व बीयर ठेका संचालकों से अपील की है कि कोरोना का टीका लगवा चुके लोगों को ही शराब बेचें। इसके लिए वह समय-समय पर दुकानों की जांच भी करेंगे।
जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ में जहरीली शराब से तमाम लोगों की मौत के बाद एसडीएम हेमसिंह और सीओ राकेश वरिष्ठ और आबकारी विभाग की टीम के साथ शराब व बीयर की दुकानों का निरीक्षण करने निकले थे। दुमीला तिराहे और गीजा गांव में दुकानों की जांच के बाद एसडीएम ने शराब दुकानों के सामने वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने वाले पोस्टर लगाने के निर्देश दिए। एसडीएम ने शराब और बीयर लेने आए लोगों से पूछा कोरोना का टीका लगवाया है या नहीं। जिसने नहीं में जवाब दिया, उनसे कहा पहले जाओ टीका लगवाओ, तभी शराब मिलेगी।
एसडीएम ने ठेका संचालकों और सेल्समैनों से कहा कि 45 वर्ष आयु से अधिक उम्र के व्यक्ति को शराब-बीयर तभी दें जब वह कोरोना का टीका (वैक्सीनेशन) लगवाने का कार्ड दिखाए। टीका न लगवाने वाले को शराब न दें। एसडीएम ने बताया कि शराब-बीयर दुकान संचालकों से कोरोना से बचाव का टीका लगवाने वालों को ही शराब बेचने की अपील की गई है। मुझे लगता है इससे वैक्सीनेशन को बढ़ावा मिलेगा।
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