नई दिल्ली - 6 माह पहले जब किसान आंदोलन शुरू हुआ था तब किसानों ने कहा कि वो कई महीने का राशन लेकर आये है। उस समय सब मजाक समझते थे लेकिन अब आंदोलन के 6 महीने से ऊपर हो रहे हैं और किसान अब भी दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं। सरकार शायद समझ रही थी कि शाहीनबाग की तरह से एक दिन किसान आंदोलन भी अपने आप ख़त्म हो जायेगा। इस आंदोलन से भी कई राज्यों में सरकार की छबि धूमिल हुई। अब किसान नेता राकेश टिकैत ने एलान किया है कि जब तक क़ानून वापस नहीं लिए जाएंगे आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने अभी कुछ मिनट पहले कई ट्वीट किये हैं।
उन्होंने लिखा है कि आंदोलन लंबा चलेगा, कोरोना काल में कानून बन सकते हैं तो रद्द क्यों नहीं हो सकतें ।रोटी तिजोरी की वस्तु न बने, इसलिए किसान छह माह से सड़कों पर पड़ा है, भूख का व्यापार हम नहीं करने देंगे और आंदोलन की वजह भी यही है ।किसान शांति के साथ आंदोलन चलाते रहेंगे और एक दिन सरकार को झुकने पर मजबूर कर देंगे ।आन्दोलन जब तक भी करना पड़े, आंदोलन के लिए तैयार रहना है, इस आंदोलन को भी अपनी फसल की तरह सींचना है, समय लगेगा. बिना हिंसा का सहारा लिए लड़ते रहना है ।
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