फरीदाबाद - मैं उन डाक्टर साहब को जानता नहीं, न ही मैंने उन्हें कभी देखा है। हाँ मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि वो मेरे लिए दूसरे भगवान् से कम नहीं हैं जिन्होंने मुझे भी नहीं देखा और कोविड पॉजिटिव होने पर उन्होंने दूर से ही मेरा इलाज कर दिया और अब मैं लगभग पूरी तरह से ठीक हूँ। ये कहना है फरीदाबाद के युवा समाजसेवी अवतार सिंह का जिन्हे 24 अप्रैल को बुखार आया और जब एक मई तक बुखार नहीं उतरा तो किसी जानकार ने मुझे एक दिल्ली के डाक्टर का नंबर दिया। रात्रि में लगभग दो बजे मैंने डाक्टर अभिषेक गोयल जी से बात की तो उन्होंने मुझे समझाया और मेरा हौसला बढ़ाया और एक टेस्ट करवाने को कहा। दो मई को उन्होंने सिटी स्कैन करवाया। उस रिपोर्ट में लंग्स इंफेक्शन निकला और 50 फीसदी से ज्यादा फेफड़े खराब बताये गए।
इस रिपोर्ट के बाद अवतार सिंह ने फरीदाबाद की दो बड़ी अस्पतालों में संपर्क किया जिनके डाक्टरों ने रिपोर्ट देखते ही कहा कि तुरंत अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा। हालत बहुत सीरियस है। जान बचनी मुश्किल हो जाएगी। इसके बाद अवतार सिंह ने फिर डाक्टर अभिषेक गोयल से बात की तो उन्होंने उन्होंने फिर अवतार सिंह का हौसला बढ़ाया और कुछ दवाइयां लिखी और बोले इन दवाओं को लेते रहो। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। फिर मैं उसी दिन से वो दवाइयां लेता रहा। व्हाट्सएप्प पर उन डाक्टर साहब से बात होती रहती थी। वो लगातार हौसला बढ़ाते रहते थे। 9 मई तक अवतार सिंह की हालत में सुधार होने लगा। इस दौरान वो घर पर ही थे। आक्सीजन की जरूरत नहीं पडी न ही किसी इंजेक्शन की।
अवतार सिंह ने हरियाणा अब तक को बताया कि अभी तक डाक्टर साहब ने मुझसे न एक पैसा माँगा न लिया। अब मेरी तबियत में काफी सुधार है और लगभग 26 दिन बाद घर से निकला हूँ और सोंच रहा हूँ कि जल्द डाक्टर साहब से मिलकर उनका आभार जताऊं। अवतार सिंह ने कहा कि डाक्टर ऐसे भी होते हैं मुझे इस दौरान पता चला।
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