नई दिल्ली - केंद्र सरकार अब भी कालाबाजारियों पर लगा नहीं लगा पा रही है। कालाबाजारी अब भी अपना काला कारोबार जारी रख रहे हैं। ये कहना है यूथ कांग्रेस के हरियाणा प्रदेश के सचिव एवं फरीदाबाद के वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट राजेश खटाना का जिन्होंने कहा कि कोरोना के दुसरे चरण में देश के लाखों लोग कालाबाजारियों के हाथों लुटे हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान रोजाना चार लाख से ज्यादा नए मामले प्रतिदिन कई दिनों तक आये और रोजाना लाखों लोगों ने ब्लैक में इंजेक्शन आक्सीजन खरीदे और रोजाना काले कारोबारी अरबों कमाते रहे। निजी अस्पताल वाले भी इस दौरान रोजाना 40 से एक लाख तक वसूलते रहे लेकिन उस समय सरकार न जानें किस नींद में सो रही थी। शायद बंगाल चुनावों में प्रचार करते करते थक गए थे, आराम फरमा रहे थे और जनता लुट रही थी।
एडवोकेट खटाना ने कहा कि देश करोड़ों लोगों की हालत इस समय बहुत खस्ता है। आम आदमी की कमर टूट चुकी है जो अब गरीबी की श्रेणी में शामिल हो गया है। कभी इस वर्ग को शिक्षा माफियाओं ने लूट तो कभी स्वास्थ्य माफियाओं ने और जो कुछ बच गया वो मंहगाई लूट रही है।
एडवोकेट खटाना ने कहा कि खाद्य वस्तुओं के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी इसी एक साल में हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले साल के शुरू में 70 रूपये लीटर बिकने वाला खाद्य तेल और रिफंड अब 170 में बिक रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक राज किया लेकिन 70 रूपये से अधिक इनके दाम नहीं हुए। भाजपा के एक साल में ही इनके दाम 170 कर दिए। ऐसे अच्छे नहीं नहीं चाहिए। अच्छे दिन बोलकर जनता का बेडा गर्क किया जा रहा है।
एडवोकेट खटाना ने कहा जनता हर तरफ लुट रही है सिसक रही है। कोरोना भी जनता को बेमौत मार रहा है। मंहगाई भी बेमौत ही मारने लगी है। उन्होंने कहा कि इस दौरान किसी राज्य में इतनी न बाढ़ आई न सूखा पड़ा कि सोयाबीन या सरसों की फसलें तवाह हो गईं हों। किसानों से अब भी सस्ते दाम पर फसलें खरीदी जा रहीं हैं तो इतना मंहगा तेल रिफाइंड कौन और क्यू बेंच रहा है और कौन ऐसे लोगों के साथ खड़ा है।
एडवोकेट खटाना ने कहा कि इस दौरान मात्र गिनती के उद्योगपतियों की संपत्ति कई गुना बढ़ी तो शायद इसका यही कारण है कि वो खाद्य वस्तुएं बेंच रहे हैं। खाद्य वस्तुएं देश की हर जनता मजबूरन जीने के लिए खरीदती है जिसका मोदी के कुछ खास उद्योगपति फायदा उठा रहे हैं।
दरअसल एड़वोकेट राजेश खटाना ने कुछ देर पहले एक ट्वीट किया था। उनसे विस्तार में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें ही नहीं देश की जनता को ऐसे अच्छे दिन नहीं चाहिए जहाँ न अस्पताल में बेड मिल रहा है न शमशान घाट में जगह। हजारों लोगों के शवों को नदियों में कुत्ते नोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के बहुत दुखी हैं अब समय है मोदी जी झोला उठाओ और चल दो, देश आपसे नहीं संभल रहा।
उन्होंने ये ट्वीट किया था
सरसों का तेल और रेफ़ायंड ऑल 2020 में 70 रु किलो और 2021 में क़रीब 170 रु किलो हो गया.देश के आम जन को पता ही नहीं चला की अच्छे दिन कब के आ गए है भाई कोई लोटा दे हमें हमारे बीते हुए दिन @DeependerSHooda @IYC @srinivasiyc @CHOTIWALA @psrajput75 pic.twitter.com/1ZyABTeoaH
— RAJESH KHATANA Advocate (@rajeshkhatana09) May 18, 2021
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