विद्रोही ने कहा कि जब सर्दियों में पीने का पानी नही और फसल कटाई हो रही है तो ऐसे में वह कथित ज्यादा पानी जा कहां रहा है? पूरी सर्दी दक्षिणी हरियाणा में पीने के पानी की सप्लाई की राशनिंग होती आ रही है। विगत छह माह से भी ज्यादा समय से हर माह शहर, कस्बों, गांवों में नहरी पानी आधारित पेयजल योजनाओं में 10 से 12 दिन पानी की राशनिंग होती है। कहीं एक दिन छोड़कर पानी दिया जाता है तो कहीं दो-तीन दिन तक पानी नही मिलता। कहीं मिलता है तो कहीं नही मिलता। पूरे दक्षिणी हरियाणा के सभी शहरों, कस्बो व गांवों में यही स्थिति है।
विद्रोही ने सवाल किया कि जब भाजपा सरकार सर्दी के मौसम में भी पीने का पर्याप्त पानी नही दे पाई है तो गर्मी में पानी कहां मिलेगा? रबी सीजन में भी नहरों में नाममात्र का पानी आाया है। वैसे भी दक्षिणी हरियाणा में केवल 2 प्रतिशत जमीन ही नहरी पानी से सिंचित होती है। कांग्रेस जमाने में भी यही स्थिति थी और आज भी वही स्थिति है। भाजपा सरकार एक नहर को सूखा रखकर दूसरी नहर में पानी डालकर मीडिया मैनेजमैंट से दक्षिणी हरियाणा को ज्यादा नहरी पानी देने का झूठा राग अलापती है। भाजपा कार्यकर्ताओं को नकली किसान बनाकर मीडिया में ज्यादा पानी देने के नाम पर भाजपा खट्टर सरकार को प्रायोजित रूप से महामंडित किया जाता है।
विद्रोही ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा से भाजपा से निर्वाचित सांसद व विधायक बेशर्मी से ज्यादा पानी देने का राग मीडिया में अलापते है, वे बताये कि यदि ज्यादा नहरी पानी भाजपा सरकार दे रही है तो दक्षिणी हरियाणा में नहरी पानी से सिंचित क्षेत्र कांग्रेस जमाने जितने ही क्यों है? वहीं खेतों में ज्यादा नहरी पानी देना तो दूर, जमीनी हकीकत यह है कि नहरी पानी आधारित पेयजल परियोजनाओं के लिए भी सरकार पर्याप्त पानी देने में अक्षम है जिसके चलते आमजन पीने के पानी के लिए भी तरस रहा है। विद्रोही ने मुख्यमंत्री से मांग की कि झूठ बोलकर दक्षिणी हरियाणा के लोगों को ठगने की बजाय पेयजल आधारित परियोजनाओं के लिए कम से कम पर्याप्त नहरी पानी दे ताकि लोग प्यासे तो न मरे।
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