चंडीगढ़, - सिरसा पुलिस के मुख्य सिपाही को विजिलैन्स ब्यूरो ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफतार किया है। राज्य चौकसी ब्यूरो, हरियाणा की टीम द्वारा थाना नाथूसरी चौपटा, सिरसा में तैनात मुख्य सिपाही राजबीर को 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफतार किया गया है।
ई0एच0सी0 शमशेर सिंह, जिला पुलिस सिरसा वासी गांव भट्टूकलां जिला फतेहाबाद ने राज्य चौकसी ब्यूरो, झज्जर में एक शिकायत दी थी कि सुरेश कुमार वासी अरणियां जिला सिरसा ने उसके खिलाफ एक दरखास्त थाना नाथूसरी चौपटा में दी थी जिसका निपटारा करने की एवज में मुख्य सिपाही राजबीर 10,000 रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है ।
यह सूचना प्राप्त होते ही थाना राज्य चौकसी ब्यूरो, हिसार में अभियोग सं0 3 दिनांक 27.04.02021 धाराधीन 7/7ए भ्रष्टाचार अधिनियम दर्ज करके निरीक्षक अनिल कुमार, राज्य चौकसी ब्यूरो, सिरसा के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। बी.डी. पी.ओ. सिरसा रवि कुमार को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट व बीडीपीओ कार्यालय के कॉप्यूटर ऑपरेटर श्री मुकेश कुमार को छाया गवाह नियुक्त करवाया गया। राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम द्वारा ड्यूटी मैजिस्ट्रेट व छाया गवाह की मौजूदगी में मुख्य सिपाही राजबीर को ई0एच0सी0 शमशेर सिंह से 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफतार किया गया।
इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो के इंस्पेक्टर अनिल सोढ़ी ने मीडिया को बताया कि पुलिस विभाग में ईएचसी के पद पर कार्यरत शमशेर सिंह ने शिकायत दी कि उसके नौकर की बेटी का विवाह अरनियांवाली गांव में हुआ है। नौकर के दामाद ने शमशेर के खिलाफ पैसे वसूलने, जमीन हड़पने और चरित्र हनन की एक झूठी शिकायत चोपटा थाने में दर्ज करवाई थी। नाथूसरी चोपटा थाने का हेड कांस्टेबल राजवीर यादव इस मामले की जांच कर रहा है। मामले में समझौता करवाने के लिए उससे पैसे ले चुका है। अब और पैसों की मांग कर रहा है। मंगलवार को विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने शिकायतकर्ता शमशेर को 500-500 रुपये के बीस नोट लाल रंग लगाकर दिए और नोटों के नंबर नोट कर लिए। मंगलवार की दोपहर करीब एक बजे शमशेर से राजवीर ने थाने में स्थित क्वार्टर में दस हजार रुपये की राशि पकड़ ली। जैसे ही राजवीर ने राशि पकड़ी तो विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
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