चंडीगढ़, 9 अप्रैल- हरियाणा सरकार शिक्षा क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने डिजिटल शिक्षा की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए गुरुग्राम सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों को 10 करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी है।
मुख्यमंत्री ने 4 परियोजनाओं की डिजिटल रूप से शुरुआत की। इनमें आरईसी फाउंडेशन के सहयोग से एक करोड़ 18 लाख रुपए से अधिक राशि की लक्ष्य वाहिनी परियोजना शामिल है, जिसके माध्यम से अंबाला, झज्जर, जींद, कैथल और यमुनानगर सहित 5 जिलों के लगभग 10 हज़ार विद्यार्थियों को कॉमन सर्विस सेंटरों के माध्यम से 100 से ज्यादा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।
सीएसआर के तहत दूसरे प्रोजेक्ट के रूप में जिला गुरुग्राम और मेवात के राजकीय विद्यालयों में राइटस कंपनी के सहयोग से 70 स्मार्ट क्लासरूम स्थापित किए जाएंगे, जिस पर लगभग एक करोड़ 31 लाख 60 हज़ार रुपये की लागत आएगी। एक अन्य प्रोजेक्ट के तहत इसी प्रकार के 330 स्मार्ट क्लासरूम प्रदेश के 165 अन्य राजकीय विद्यालयों में पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के सहयोग से स्थापित होंगे। इस प्रोजेक्ट पर पावर ग्रिड 7 करोड़ 80 लाख 90 हजार रुपये से ज्यादा की राशि खर्च करेगा, जिसके तहत हरियाणा प्रदेश के गुरुग्राम सहित 10 जिलों में स्मार्ट क्लास रूम स्थापित होंगे। इनमें गुरुग्राम जिला में 80, फरीदाबाद जिला में 60, हिसार, करनाल, अम्बाला, पंचकूला और यमुनानगर जिलों में प्रत्येक में 20, पानीपत, रोहतक और सोनीपत जिलों में प्रत्येक में 30 स्मार्ट क्लासरूम बनाना शामिल है।
इसके अलावा, सीएसआर के तहत चौथे प्रोजेक्ट के अंतर्गत लगभग 30 लाख रुपये की लागत से एक एडवांस लाइफ स्पोर्ट एंबुलेंस जॉयसन सेफ्टी सॉल्यूशंस एंड आनंदा ग्रुप द्वारा दान स्वरूप दी जा रही है। यह सभी आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित एंबुलेंस नागरिक अस्पताल मानेसर द्वारा प्रयोग में लाई जाएगी।
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