नई दिल्ली - दुनिया में आना-जाना लगा रहता है। कोई 100 साल से अधिक समय तक जीवित रहता है तो कोई गलत काम करता है और जवानी में ही टपका दिया जाता है। राजनीति के क्षेत्र में भी ऐसा है। कोई कई बार किसी राज्य का मुख्यमंत्री बनता है तो कोई एक दो बार में कुर्सी से हटा दिया जाता है। वर्तमान में भाजपा देश क्या दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है और डेढ़ साल पहले तक कहा जाता था कि लगभग अगले 20 वर्षों तक देश पर भाजपा का ही राज होगा लेकिन माहौल बदल रहा है। डेढ़ साल पहले पीएम मोदी को देश के 70 फीसदी लोग अच्छा नेता मानते थे लेकिन वर्तमान समय में 50 फीसदी तक का ही आंकड़ा देखा जा रहा है। पीएम की छबि में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। नोटबंदी जीएसटी के समय भी पीएम की छबि बढ़ ही रही थी लेकिन कोरोनाकाल में अचानक घटने लगी और किसान आंदोलन ने भी रंग में भंग डाल दिया।
पीएम नरेंद्र मोदी के सभी टोने टोटके बेकार गए और कोरोना देश में तांडव मचा रहा है। नए मामले रिकार्ड तोड़ रहे हैं। अब नए मामलों की संख्या डेढ़ लाख से ऊपर पहुँच गयी है। दो वैक्सीन भी बनी और करोड़ों लोगों को लग भी चुकी हैं और अब कई शहरों में वैक्सीन के लाले पड़ने लगे हैं जबकि एक खास इंजेक्शन भी ढूंढने से नहीं मिल रहा है। 700 से ज्यादा लोगों की रोजाना मौत हो रही है जबकि लाखों लोग इसलिए परेशान हैं क्यू कि कहीं लाकडाउन तो कहीं रात्रि कर्फ्यू लगा है। लोगों का काम धंधा फिर चौपट होने लगा है। लाखो क्या करोड़ों लोग दुखी हैं। खुश वही हैं जिहोने कोरोनाकाल में खरबों कमाया जिहे विपक्षी पीएम का दोस्त कहते हैं।
अगर देश में करोड़ों लोग दुखी हैं तो ऐसे में कोई किसी से उत्सव मनाने को कहेगा जिसका मतलब त्यौहार होता है, तो लोग उस व्यक्ति को गलत समझेंगे और पीएम मोदी ने टीका उत्सव मानाने की बात कही है। उन्हें लोग जमकर खरी खोटी सुना रहे हैं। ऐसे माहौल में जब करोड़ों लोग दुखी हैं और सैकड़ों लोग मर रहे हैं तो पीएम को उत्सव जैसा शब्द शायद नहीं बोलना चाहिए था। आज कई भाजपा नेता लड्डू बांटते दिखे, विनाशकाले विपरीति बुद्धि , आप ट्विटर पर हैं तो जाकर देखें लोग पीएम मोदी को कैसे घेर रहे हैं। यहाँ देखें लोग क्या लिख रहे हैं।
6 सालों से पढ़े लिखे को एक अनपढ़ मूर्ख बना रहा है , आज तक मूर्ख बना रहा है कल कहा उत्सव के जैसा मनाइएकोई पड़ोस में भी मर जाता है या कॉलोनी, सोसाइटी में तो भी कुछ खाने पीने का मन नही करता हैऐसे मे ये बोलना कि उत्सव मनाइए - क्या इसे अच्छी मानसिकता कहेगें ? https://t.co/yYuUJzux8P— Shivani (@shivanirawatji) April 11, 2021
राष्ट्र भगति के नाम पे टीकाकरण पर्व मनाने के लिए कैंडल या दिया जलाएं, बर्तन पीटें और "Go गो कारोना Go" का जाप करेंऔर यदि आपको टीका नहीं मिला है तो माथे पर टिका लगाकर उत्सव मनाएं .आप इसी के लायक हैंआपके हिस्से के टीके पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल , श्रीलंका भेज दिए गए हैं.!!— Rohit Singh Rajdan (@rohit92265682) April 11, 2021
पिछली सरकारो मे1962,1965,1971मे भीषण युद्ध हुआ..अर्थव्यवस्था-GDP, सरकारी कंपनियों की स्थापना हुई..पोलियो,प्लेग,हैजा,टी.बी जैसी महामारी भी आई..जिसका मुफ्त मे ईलाज..मुफ्त मे पूरे देश का टीकाकरण हुआ..कोई शोर शराबा नही..@BJP4India #Covid19 मे राजनीति के अवसर तलाश रही.?जय हिंद!!— Er.Sanjay Dwivedi (@DwivediSanjay23) April 11, 2021
बकवास करने में सबसे आगे रहने वाले प्रधानमंत्री बन गए हैखुद तो हजारों लोगों के बीच रैलियां करेंगेदुसरो को दो गज , मास्क और फलाना ढिमकाना वाला नसीहत देंगे।खुद बदलिए देश बदलेगा— kutriyar🇮🇳 (@ktrmanish) April 11, 2021
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे I pic.twitter.com/Kl4KNkhc4x
— Natawar Lal Sharma (@sharma_natawar) April 11, 2021
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