चंडीगढ़ - प्रदेश में ऐसे लोग भी हैं जो रोज कमाते हैं रोज खाते हैं और ऐसे में उन्हें तीन-चार महीने का एडवांस बिजली का बिल देना पड़े तो वो कैसे देंगे। कॉरोनकाल में एक दिन भी छात्रों को न पढ़ाने वाले पूरे साल की स्कूल फ़ीस वसूले और सरकार खामोश रही। विपक्ष ने भी आवाज नहीं उठाया शायद उनके भी निजी स्कूल चल रहे हैं। हर घर से कई-कई हजार की वसूली हुई।
अब बिजली बिल से हरियाणा के लाखों लोग परेशान हैं। अब कांग्रेस मैदान में आ गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा बिजली उपभोक्ताओं से चार महीने के बिजली बिलों के बराबर सिक्योरिटी जमा कराने के फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
सुरजेवाला ने कहा की हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार आम जनता को परेशान करने और उन पर आर्थिक बोझ लादने के नित रोज़ नए तरीके खोजने में लगी रहती है, उनके इस नए फैसले से बिजली उपभोक्ताओं के बिल काफी बढ़कर आ रहे हैं। जिससे आम उपभोक्ता काफी रोष में है, लेकिन यह सरकार इस बात से बिल्कुल बेपरवाह है। सिक्योरिटी बढ़ाने से मंदी के इस दौर में उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ पड़ेगा और उन्हें काफी परेशानी होगी।
सुरजेवाला ने कहा कि कोरोना महामारी और केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों की गलत नीतियों के कारण हरियाणा के लोग पहले ही गिरते व्यापार, घटती आमदनी और लगातार बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी से परेशान थे, ऐसे में जनविरोधी भाजपा-जजपा सरकार के नए फैसलों से जनता को परेशान कर रही है। उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा है कि&
खट्टर साहेब,सस्ती बिजली देने की बजाय उपभोक्ताओं पर भारी भरकम सिक्योरिटी का बोझ थोप देना भाजपा-जजपा की “वसूली जीवी सोच” का परिणाम है।सिक्योरिटी राशि बढ़ाने का तुगलकी फ़रमान तत्काल वापस लें और कोविड पीड़ित उपभोक्ताओं को राहत दें।
किसी ने ठीक कहा- भगवान, गंजे को नाखून ना दे! pic.twitter.com/PhaK8iqSUQ— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 30, 2021
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