नई दिल्ली - किसान आंदोलन के 100 दिन से ज्यादा हो गए और लगभग 250 किसानों की जान भी जा चुकी है और सरकार से अब बातचीत भी नहीं हो रही है। किसानो के आत्महत्या का सिलसिला भी जारी है। कल हरियाणा के सिसाय गांव के 47 वर्षीय किसान राजबीर ने टीकरी बार्डर फांसी लगा आत्महत्या कर ली। राजबीर आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट भी लिखा पढ़ें
सरकार मेरी हाथ जोड़कर विनती है कि मरने वाले कि आखिरी इच्छा पूरी की जाती है तो मेरी आखिरी इच्छा ये है कि तीनों कृषि कानून सरकार वापस ले और किसानों को खुशी-खुशी घर भेज दो। मोदी जी थाम न्यू सोचो सो किसान में घणा दम है। खाद, दवाई, डीजल ने मारा अंदर ते तो खत्म है। बलराज कुंडू और भाई दीपेंद्र हुड्डा भी किसान भाइयों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं इनका बड़ा फैन हूं भाइयों। एमएसपी की गारंटी और तीनों कृषि कानून वापस करा के घर जाइयो भाइयों। सारे भाइयों को राम-राम कोई गलती हुई हो तो माफ करना आपका भाई राजबीर।
भगत सिंह ने देश के लिए जान दे दी। हमने अपने किसान भाइयों के लिए जान दे दी है। मेरे जमींदार और किसान भाइयों मेरा ये बलिदान व्यर्थ ना जाए। तीनों काले कानून वापस करके ही घर जाए। चाहे मेरी लाश रोड़ पर रख दियो पर तीनों काले कानून वापस और एमएसपी की गारंटी लेकर घर जाइयो। ये सरकार खून मांगती है किसानों का, खून में देता हूं। सबसे पहले सिसाय वाले भाइयों से मेरी अपील है कि अपना हक लेके जाए सारे भाइयों को राम-राम।
हरियाणा के हिसार जिले में सिसाय निवासी किसान राजबीर ने कानून वापसी की मांग करते हुए फांसी का फंदा लगा कर अपनी जान दे दी.
किसान राजबीर के आखिरी शब्द थे-
"ये सरकार किसानों का खून मांगती है तो मैं अपना खून देता हूं..." pic.twitter.com/YXEqpBTOwr— Kuldeep Gothwal (@kgothwal15) March 7, 2021
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