नई दिल्ली - किसान आंदोलन को डेढ़ महीने हो रहे हैं और अब भी हरियाणा के सत्ताधारी नेताओं का विरोध जारी है। किसानों ने एलान कर रखा है कि भाजपा जजपा के विधायक गांवों में नहीं घुस पाएंगे। कल विधायक असीम गोयल के आवास पर किसानों ने प्रदर्शन किया और उन्हें खुला चैलेन्ज दिया तो एक दिन पहले चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्य्मंत्री मनोहर लाल को भी काले झंडे दिखाए गए। अब जानकारी मिल रही है कि सीएम को काले झंडे दिखाए जाने के बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज चंडीगढ़ पुलिस से खफा हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ हुई इस घटना के बाद हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने आज तीनों राज्यों - हरियाणा, पंजाब व यूटी के डीजीपी को अपने कार्यालय में तलब किया है। बताया गया है कि इस दौरान कानून व्यवस्था के मुद्दे पर स्पीकर तीनों आला पुलिस अफसरों से बात करेंगे।
मालुम हो कि बुधवार को विधानसभा में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर बहुमत हासिल करने के बाद सीएम विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान अकाली विधायक बिक्रमजीत सिंह मजीठिया व नरेंद्र कुमार शर्मा ने वर्करों के साथ सीएम का घेराव करने की कोशिश की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सीएम खट्टर के खिलाफ नारेबाजी भी की गई और काले झंडे भी दिखाए गए।
गृह मंत्री अनिल विज ने पंजाब के अकाली नेतृत्व को अपने नेताओं व वर्करों को मर्यादा समझाने की नसीहत दी है। साथ ही, केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ पुलिस की भूमिका से वे सख्त नाराज़ हैं। उन्होंने इस बात पर कड़ी आपत्ति जताई है कि काले झंडे हाथों में लेकर अकाली नेताओं को विस परिसर में प्रवेश ही कैसे करने दिया गया।
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