नई दिल्ली- लगभग ढाई महीने से चल रहे किसान आंदोलन में अब तक लगभग 200 किसानों की जान जा चुकी है। टिकरी बार्डर पर लंबे समय से आंदोलन में डटे जींद जिले के गांव सिंघवाल के 50 वर्षीय किसान कर्मबीर ने सरकार के अड़ियैल रवैये से निराश होकर पेड़ पर फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली । उनकी 3 बेटियां हैं। बहादुरगढ़ के नए बस स्टैंड के पास एक पेड़ पर रस्सी बांधकर उन्होंने फांसी लगाईं।
किसान परिवारों की आहें आपको चैन से नहीं सोने देगी @narendramodi जीआपके जुल्मों और तानाशाही से किसानों में घोर निराशा है लेकिन फिर भी हम लड़ेंगें और जीतेंगे pic.twitter.com/muBRsVvTaC— अनूप सिंह चानौत (@AnoopChanot) February 7, 2021
मृतक किसान ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है जिसमे लिखा गया है कि ये काले क़ानून पता नहीं कब रद्द होंगे। सरकार बस तारीख पर तारीख दिए जा रही है। टीकरी बार्डर पर दूसरी आत्महत्या है।
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