नई दिल्ली- सत्तापक्ष कमजोर विपक्ष का भरपूर फायदा उठा रहा है और देश की जनता का हाल बेहाल होता जा रहा है। पेट्रोल, डीजल के दाम रिकार्ड तोड़ते जा रहे हैं और इनके दाम जितने बढ़ेंगे, उतनी ही मंहगाई और बढ़ेगी। एक साल के अंदर खाद्य पदार्थों में सवा से डेढ़ गुना की बढ़ोत्तरी से आम जनता की कमर टूट रही है। विपक्ष भटका हुआ है। सत्तापक्ष कोई न कोई झुनझुना दे देता है और एक बच्चे की तरह विपक्ष वही झुनझुना बजाता रहता है। अन्य मुद्दों पर विपक्ष की नजर नहीं जाती।
पेट्रोल डीजल की बात करें तो इस साल अब तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 4.24 रुपये व 4.15 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है। दिल्ली में पेट्रोल अब तक के उच्च स्तर 88.14 रुपये प्रति लीटर जबकि मुंबई में 94.64 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। वहीं दिल्ली में डीजल 78.38 रुपये और मुंबई में अब तक के उच्च स्तर 85.32 रुपये प्रति लीटर हो गया है। यही रफ़्तार जारी रही तो मुंबई में जल्द पेट्रोल के दाम शतक पार कर जायेंगे। विपक्ष को फ़िलहाल सिर्फ किसान आंदोलन ही दिख रहा है। उसी के सहारे अपनी नाव पार लगाने का प्रयास कर रहा है। सत्तापक्ष ने विपक्ष को ये झुनझुना पकड़ा दिया है और विपक्ष वही झुनझुना बजा रहा है और सत्तापक्ष आराम से बंगाल में अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है और वहाँ चुनाव जीतने का हर प्रयास किया जा रहा है।
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