नई दिल्ली- किसान आंदोलन को लगभग 80 दिन और अब सर्दी भी कम हो गई है लेकिन हरियाणा में राजनीतिक गर्मागर्मी जारी है। कल कृषि मंत्री जेपी दलाल के बयान से प्रदेश का विपक्ष उन्हें जमकर घेर रहा है जबकि उन्होंने माफी भी मांग ली थी। सत्तापक्ष के नेता अब भी घर से खुलेआम नहीं निकल पा रहे हैं और कल जहाँ कृषि मंत्री का प्रोग्राम था वहाँ भी भारी पुलिस तैनात किया गया था। किसान संगठन तमाम जिलों में महापंचायत कर रहे हैं और जहां भी महापंचायत हो रही है कहीं-कहीं लाखों की भीड़ पहुँच रही है और हरियाणा की पंचायतों में भी भारी भीड़ हो रही है। आज सीएम सिटी करनाल में किसान महापंचायत हुई जहां भारी भीड़ उमड़ी।
यहाँ पंचायत को सम्बोधित करते हुए भारतीय किसान युनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अभी जवान और किसान ने क़ानून वापसी का नारा लगाया है। हमने गद्दी वापसी का नारा नहीं लगाया। सरकार आप बनाते रहो, चलाते रहो, जो करना है करो। आप हमारे काम करते रहो। सरकार किसी की भी हो, हम सरकार से किसानों के लिए पॉलिसी पर बात करेंगे।
हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि निकम्मी भाजपा सरकार के खिलाफ किसान, मजदूर, कमेरे, व्यापारी भाइयों का रोष और आगे की लड़ाई लड़ने का जोश देखा। जनादेश है कि हम ओर ज्यादा मजबूती के साथ लड़ेंगे और जीत कर ही वापस जायेंगे।
आज इंद्री करनाल अनाज मंडी में महापंचायत में निकम्मी भाजपा सरकार के खिलाफ किसान, मजदूर, कमेरे, व्यापारी भाइयों का रोष और आगे की लड़ाई लड़ने का जोश देखा।जनादेश है कि हम ओर ज्यादा मजबूती के साथ लड़ेंगे और जीत कर ही वापस जायेंगेMSP पर कानून बने, काले कानून वापस हों #लड़ेंगे_जीतेंगे pic.twitter.com/Oe1wqAXMG3— Gurnam Singh Charuni (@GurnamsinghBku) February 14, 2021
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