नई दिल्ली- लगभग 70 दिन से देश में किसान आंदोलन ही छाया हुआ है। आंदोलन अभी जारी है और इस आंदोलन से सबसे ज्यादा नुक्सान हरियाणा सरकार का हो रहा है। आज जींद के के कंडेला गाँव में किसान महापंचायत में उमड़ी भीड़ देखकर सत्तापक्ष के लोग हैरान हैं। पंचायत में हजारों की भीड़ दिखी और अब तक ऐसी भीड़ पीएम की किसी रैली या कुछ चुनावी रैलियों में ही देखी जा चुकी है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत महापंचायत किसान आंदोलन को और धार दिया और टिकैत हुंकार भरी। उन्होंने नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को धमकी दी है।
उन्होंने कहा कि यदि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तो नरेंद्र मोदी सरकार का सत्ता में बने रहना मुश्किल है। महापंचायत में राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि हमने अभी सरकार से बिल वापस की बात कही है, अगर हमने गद्दी वापसी की बात कर दी तो सरकार का क्या होगा? अभी समय है सरकार संभल जाए?
महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है. दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं। भीड़ ज्यादा होने से यहाँ मंच भी टूटा और टिकैत बाल-बाल बचे।
महापंचायत में केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने का प्रस्ताव पास किया गया. महापंचायत में किसानों ने स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने की भी मांग की। इसके अलावा लापता किसानों का पता लगाने और किसानों पर दर्ज केस वापस लेने की मांग भी की गई है।
किसान आंदोलन और अब तक ख़त्म क्यू नहीं हुआ। क्यू सरकार किसानों को ज्यादा भाव नहीं दे रही है। सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार को अच्छी तरह पता है कि 2024 में मुकाबला तो राहुल गांधी से ही करना है। कांग्रेस मोदी के सामने उन्ही को लाएगी जिन्हे स्मृति ईरानी भी हरा चुकी हैं। प्रमुख विपक्षी पार्टी के कमजोर होने के कारण सरकार फ़िलहाल झुकने के लिए तैयार नहीं है।
2024 में सरकार कुछ कमजोर हो सकती है लेकिन ज्यादा नहीं अगर सामने राहुल गांधी ही रहे तो? हरियाणा सरकार का बड़ा नुक्सान हो सकता है। अगले लोकसभा चुनावों में भी हरियाणा में कई सांसद चित्त हो सकते हैं। योगी सरकार का ज्यादा नुकसान नहीं होगा भले ही वहां अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। योगी सत्ता में फिर वापस लौट सकते हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी कांग्रेस की नींद हराम कर सकती है। अकाली दल कुछ खास नहीं कर पायेगा।
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