बाबैन, 16 फरवरी राकेश शर्मा- राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये पहला ऐसा आंदोलन है जो जाति, धर्म क्षेत्र, भाषा के सारे बंधन तोड़कर एकजुट है। ये किसान और किसानी के अस्तित्व की लड़ाई है इसलिये शांति व अनुशासन के साथ एकजुट होकर संघर्ष करें, तभी कृषक बचेगा और कृषि बचेगी। अगर ऐसा नहीं किया तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा। राज्यसभा सांसद गांव छपरा में कांग्रेसी नेता सौरभ छपरा के निवास स्थान पर पत्रकारोंंं से बातचीत कर रहे थे। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पहला, तीनों कृषि क़ानून वापस लिये जाएं दूसरा, आन्दोलन में जान कुर्बान करने वाले 220 से ज्यादा शहीद किसानों के परिवार को आर्थिक मदद व नौकरी दी जाए। तीसरा, कृषि मंत्री के बयान की निंदा की गई और उन्हें बखऱ्ास्त करने की मांग का प्रस्ताव पारित किया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आजादी के बाद देश में ऐसा सुव्यवस्थित आंदोलन नहीं देखा गया। जिसमें शांति व धैर्य से लोग अपनी बात रख रहे हैं। दूसरी ओर इस व्यापक और शांतिपूर्ण आंदोलन को फेल करने के लिये सरकार हर हथकंडा अपना रही है। लेकिन, उन्हें खुशी है कि सरकारी तंत्र द्वारा तरह-तरह के दुष्प्रचार के बावजूद ये आंदोलन कमजोर पडऩे की बजाय और मजबूत होता चला जा रहा है।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की सरकार देश की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार है। जब तक ये सरकार दबाव में नहीं आयेगी तब तक केंद्र की सरकार किसानों की मांग नहीं मानेगी। जब हरियाणा में सरकार हिलती दिखेगी तब केंद्र सरकार पर दबाव बनेगा। इस सरकार के खिलाफ हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा अविश्वास प्रस्ताव लेकर आये है और अविश्वास प्रस्ताव से इस बात का फैसला होगा कि कौन सा विधायक जनता के साथ है कौन सत्ता के साथ है। अविश्वास प्रस्ताव दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा।
उन्होंने पंजाब, राजस्थान और अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए सवाल किया कि किसानों के समर्थन में अन्य दलों ने सरकार और बीजेपी से नाता तोड़ लिया तो फिर हरियाणा में जेजेपी और निर्दलीय सत्ता से क्यों चिपके बैठे हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के कृषि मंत्री ने किसानों की सहानुभूति के दो शब्द, मदद तो दूर सत्ताधारी दल के नेताओं द्वारा किसानों की कुर्बानी का मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होनें कहा कि कृषि मंत्री को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नही है उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए नही प्रदेश की जनता आने वाले चुनाव में उन्हें सबक ङ्क्षसखाने का काम करेगी और कृषि मंत्री का किसानों के साथ मजाक भाजपा के लिए कफन की कील साबित होगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन करने वाले किसानों को आतंकवादी, देशद्रोही, उपद्रवी बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये सरकार का अहंकार बोल रहा है, जिसका अंत निश्चित है। अहंकार की ये हंसी भाजपा को महंगी पड़ेगी। इस मौके पर कांग्रेसी नेता सौरभ छपरा ने सांसद दीपेद्र हुड्डा व लाडवा विधायक को शाल भेंट करके स मानित किया। इस मौके पर लाडवा विधायक मेवा सिंह, कांग्रेसी नेता जगदीश राठी, युवा जिला प्रधान हरप्रीत चीमा, भीम सिंह उमरी, पूर्व ब्लाक प्रधान जयपाल पांचाल, रामपाल सैनी, पूर्व सरपंच दीपक मोरथला व अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।
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