नई दिल्ली- किसान आंदोलन के कारण सबसे ज्यादा भाजपा को हरियाणा अब पंजाब में नुक्सान होता दिख रहा है। हाल में हरियाणा में कुछ चुनाव में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक़ फायदा नहीं मिला तो अब पंजाब में निकाय चुनाव में भाजपा का डिब्बा ही गोल होता दिख रहा है। कांग्रेस को उम्मीद से भी ज्यादा फायदा मिलता दिख रहा है जबकि अकाली दल और आम आदमी पार्टी का भी हाल बेहाल है। मतगणना अब भी जारी है और कांग्रेस जबरदस्त जीत की ओर बढ़ती दिख रही है,
अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव भी हैं और चुनाव से पहले की अग्नि परीक्षा के तौर पर स्थानीय निकाय चुनाव के लिए आज वोटों की गिनती हो रही है। पंजाब में 14 फरवरी को 117 स्थानीय निकायों पर चुनाव हुए थे, जिसमें से 109 नगरपालिका परिषद और नगर पंचायत हैं, वहीं, 8 नगर निगम शामिल हैं। आठ नगर निगम अबोहर, बठिंडा, बाटला, कपूरथला, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट और मोगा और 109 मगर पालिका परिषदों के 2252 वार्ड्स का रिजल्ट आज शाम तक स्पष्ट हो जाएगा। फिलहाल, शुरुआती नतीजों में कांग्रेस कमाल करती दिख रही है, वहीं नतीजों से ऐसा लग रहा है कि भाजपा को कृषि कानूनों का नुकसान होता दिख रहा है।
ताजा जानकारी के मुताबिक अबोहर नगर निगम के 50 वार्डों में से 49 वार्डों पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई है। यहाँ भाजपा के अरुण नारंग विधायक हैं। होशियारपुर को भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां पूर्व कैबनिट मंत्री तीक्षण सूद की पत्नी चुनाव हार गई हैं। होशियारपुर में कुल 50 वार्डों में से 41 पर कांग्रेस, 4 पर भाजपा, 2 पर आप और 3 उम्मीदवार अन्य के जीते हैं।
गुरदासपुर से सन्नी देओल भाजपा के सांसद हैं। वहां के सभी वॉर्ड्स में कांग्रेस को जीत हासिल हुई है। जलालाबाद से अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर बादल विधानसभा चुनाव लड़ते रहे हैं वहां पर भी कांग्रेस का झंडा लहरा गया है। हरसिमरत कौर बादल जो बठिंडा से सांसद हैं, वहां के 50 वार्डों में से 43 पर कांग्रेस तो सात वार्डों में अकाली दल के उम्मीदवार चुनाव जीते हैं।
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