फरीदाबाद, 15 जनवरी: नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा व प्रदेश सरकार के बीच 25 अप्रैल व 17 अगस्त 2020 को हुए समझौते को लागू करवाने, कोरोना वायरस से मौत होने पर मृतक कर्मचारी के आश्रित को 50 लाख आर्थिक सहायता राशि देने, 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता देने, ईपीएफ, ईएसआई की राशि कर्मचारियों के खातों में जमा करने, क्षेत्रफल एवं आबादी के अनुपात में सफाई कर्मचारी सीवर व फायर ऑपरेटर तथा तृतीय श्रेणी के नए पद सृजित कर नियमित भर्ती करने, छंटनी किए गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लेने व अन्य मांगों को लेकर आज नगर निगम कर्मचारियों ने हाथों में उल्टी झाडू लेकर निगम आयुक्त के कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने निगम आयुक्त की अनुपस्थिति में उनकी पीए रवि वासुदेवा को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री के नाम ज्ञापन दिया। घेराव से पहले कर्मचारियों ने निगम मुख्यालय पर विशाल विरोध सभा का आयोजन सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर की अध्यक्षता में किया तथा मंच का संचालन सफाई कर्मचारी यूनियन के सचिव सोहनपाल झिझोटिया ने किया।
प्रदर्शन में नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री, महासचिव सुनील चिंडालिया, हरियाणा टूरिज्म के राज्य नेता दिगंबर डागर, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा फरीदाबाद ब्लॉक के प्रधान करतार जागलान, गुरूचरण खाण्डिय़ा आदि उपस्थित थे।
संघ नेताओं में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए कहा कि यदि शहरी स्थानीय निकाय मंत्री ने 15 दिन के अंदर-अंदर मानी गई मांगों का निवारण नहीं किया तो, पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमो के कर्मचारी 4 फरवरी को राज्य मंत्री व कैबिनेट मंत्रियों के आवासों पर धरना एवं घेराव कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपेंगे। यदि सरकार ने इसके बाद भी मानी गई मांगों के पत्र जारी नहीं किये तो पालिका, परिषद व निगमो के कर्मचारी राज्य स्तरीय कन्वेंशन बुलाकर सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लेने के लिए मजबूर होंगे। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि पूरे प्रदेश के 10 नगर निगमों, 21 नगर परिषदों व 59 नगरपालिकाओं के कर्मचारियों ने आज आयुक्त एवं डीएमसी कार्यालय पर किए गए प्रदर्शन बढ़-चढक़र भाग लिया है।
श्री शास्त्री ने निगमायुक्त और डीएमसी कार्यालयों पर किए गए प्रदर्शन की सफलता का दावा करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने कोरोना योद्धाओं के साथ धोखा किया है सरकार ने 50 लाख रुपए कोरोना से मौत होने पर मृतक कर्मचारी के आश्रित को विशेष आर्थिक सहायता राशि देने, 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता देने, सफाई कर्मचारियों व सीवरमैंनो की नियमित भर्ती करने, अग्निशमन विभाग के अनुबंधित कर्मचारियों को सर्जित पदों पर समायोजित करने, नियमित फायर कर्मचारियों को बिना शर्त एसीपी स्केल का लाभ व पदोन्नति का लाभ देने सहित दर्जनों मांगों पर सहमति जताई थी लेकिन एक भी मानी गई मांगों का पत्र सरकार ने जारी नहीं किया। सरकार की ढुल-मुल नीतियों से नाराज कर्मचारी अब सरकार के खिलाफ हड़ताल जैसा तीखा आंदोलन करने के लिए मजबूर होगे।
आज के घेराव एवं प्रदर्शन में कर्मी नेताओं ने जिला सचिव नानक चंद, श्रीनंद ढिकोलिया, जितेंद्र छाबड़ा, बल्लू चिण्ड़ालिया, प्रेमपाल, राजवीर, नरेश भगवाना, वेद भड़ाना, सुभाष कुमार, योगेश शर्मा, रणजीत, विजय चावला, दर्शन सिंह सोया, राकेश चंडालिया आदि नेता भी शामिल थे।
Post A Comment:
0 comments: