फरीदाबाद, 28 दिसंबर : इंडिया गेट टू गेटवे ऑफ इंडिया या जिसे 'G2G' की सवारी कहा जाता है, हर साइकिल चालक का सपना होता है। खासतौर पर, जब देश में साइकलिंग का बुखार तेजी से बढ़ रहा है। 19 दिसंबर को पूरे भारत से 4 महिला चालकों सहित 43 साइकिल सवार चालक इस अकल्पनीय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिल्ली से निकले और जयपुर, राजस्थान, भीलवाड़ा, रतनुपर, बड़ोदरा, वापी होते हुए मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पहुंचे। उन्होंने अपनी प्रबल इच्छाशक्ति एवं मेहनत के बल पर इस मुश्किल सफर को आसान बनाया। राहुल खुराना अपनी टीम के साथ दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की कडक़ती सुबह को कवर करते हुए उत्तर से पश्चिम तक 6 दिनों में 1460 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए मुंबई पहुंचे। इन 6 दिनों के सफर में इनको 6 डिग्री से 36 डिग्री के बीच भिन्न होते तापमान का सामना करना पड़ा। इसके अलावा सवारों को राजस्थान के रोलिंग इलाकों और महाराष्ट्र के ऊंचे घाटों का सामना भी करना पड़ा। इस राइड का आयोजन इंडिया अल्ट्रा साइक्लिंग एसोसिएशन के साथ मिलकर इंडिया एंडुरेंस एंड दिल्ली रैंडोनियर ने किया था। सभी 43 सवारों ने समय पर सवारी पूरी की।
प्रतिष्ठित गेटवे ऑफ इंडिया पर जाने पर टीम का गणमान्यों द्वारा स्वागत सत्कार भी किया गया की। इस टीम का हिस्सा रहे फरीदाबाद निवासी राहुल पेशे से एक प्रबंधन सलाहकार है। लंबे समय से प्रशंसित सपने को प्राप्त करने के लिए राहुल ने उचित प्रशिक्षण के साथ अपना पहला अल्ट्रा-साइकिलिंग कार्यक्रम किया। यात्रा के अनुभव सांझा करते हुए राहुल ने कहा, यह मेरा पहला अनुभव था और मुझे खुशी है कि मैंने इसे पसंद किया। उन्होंने बताया कि शुरूआत से ही उनको साइकलिंग का शौक था। पहले छोटे-छोटे इवेंट किए, उसके बाद बड़े-बड़े इवेंट में हिस्सा लिया। एक बड़ा इवेंट उन्होंने फरवरी, 2020 में गोल्डन ट्राइएंगल दिल्ली-आगरा, आगरा-जयपुर, जयपुर-दिल्ली आयोजित किया जिसमें 3 दिन में 750 किलोमीटर की साइकलिंग की। वह अपना साइकलिंग का शौक पूरा करने के लिए पहाड़ों में जाते हैं। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली से लेकर मुंबई तक के इस सफर में उनको अनेक परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। कुछ जगह चढ़ाई भी मिली, जिसने सफर की कठिनाईयों से रूबरू कराया। आगामी वर्षों में वह लंदन एडिनबर्ग लंदन (LEL) और पेरिस ब्रेस्ट पेरिस (PBP) को पूरा करने की इच्छा रखते हैं।
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