नई दिल्ली- कृषि अध्यादेशों के खिलाफ सरकार और किसान संगठनों में आज चल रही बातचीत का अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है। बातचीत के बीच में केंद्रीय नेताओं ने कुछ देर के लिए टी ब्रेक लिया और किसानों से भी चाय पीने को कहा गया लेकिन किसान नेताओं ने चाय पीने से मना कर दिया और कहा कि मंत्री सिंधु बार्डर पर आकर जलेबी और लंगर का स्वाद लें। बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला है क्यू कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान आया है और उन्होंने कहा कि आज किसान यूनियन के नेता आए थे, भारत सरकार ने तीसरे चरण की वार्ता आज पूरी की है। हम सब ने निर्णय लिया है कि परसों वार्ता का चौथा चरण शुरू होगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि परसों तक ये लोग भी अपने मुद्दे लेकर आएंगे और सभी बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी। हम चाहते थे कि छोटा ग्रुप बने, लेकिन सभी किसान यूनियनों का कहना था कि सभी मिलकर बात करेंगे। सरकार को सभी से बात करने में भी परेशानी नहीं है। कृषि मंत्री के बयान के बाद अब ये साफ़ हो गया है कि अभी एक दो दिन किसान सड़क पर ही रहेंगे।
हरियाणा से एक बड़ी खबर ये आ रही है कि 40 खाप पंचायतों ने खट्टर सरकार गिराने का एलान कर दिया है। जींद हुई एक बैठक में बिनैन खाप, हिसार की सतरोल खाप, चहल खाप, सोनीपत की दहिया खाप, दाडन खाप, माजरा खाप, कंडेला खाप, पंघाल खाप, सहारण खाप, नांदल खाप, ढुल खाप, पंचग्रामी खाप, चौगामा खाप, किनाना 12 खाप, नोगामा खाप, जाट महासभा और अन्य कई खाप शामिल हुईं। सबसे एलान किया है कि अब खट्टर सरकार गिराएंगे।
इस बैठक के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक़ खाप पंचायतों के लोगों ने कहा कि जिन विधायकों ने सरकार को समर्थन दे रखा है पहले उन्हें सरकार से समर्थन वापस लेने की अपील करेंगे । अगर वो न मानें तो गांवो में उनका प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। उन पर समर्थन वापस लेने का हर तरीके से दबाव डाला जाएगा। लोगों ने कहा कि अब हम किसानों के साथ हैं और किसानों का खुलकर साथ देंगे। आपको बता दें कि एक विधायक सोमबीर सांगवान ने कल ही चेयरमैन पद से स्तीफा देकर आज समर्थन वापस भी ले लिया है।
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