फरीदाबाद-23 दिसंबर। उदयमान कलाकार आन पाराशर को अटल सम्मान से पुरुस्कृत किया जायेगा। शहर की बेटी को मिलने वाली राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धि पर जिले के साथ साथ प्रदेश एवं देश के लिए गौरव की बात है। कला क्षेत्र में अपने दमदार अभिनय से नए कीर्तिमान स्थापित करने वाली फरीदाबाद की प्रतिभावान आन पाराशर को 24 दिसंबर को दिल्ली में अटल सम्मान दिया जाएगा।
समारोह’’ एक अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय का आयोजन है। यह हर वर्ष 24 दिसम्बर को दोपहर 1 बजे से भारत सरकार की देखरेख में अतिसुरक्षित देश के संसद भवन में आयोजित किया जाता है। जिसमें देश की विभिन्न क्षेत्रों की सुप्रसिद्ध हस्तियों व प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाता । यह आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में किया जाता है ताकि उनके प्रेरणामयी व्यक्तित्व का प्रचार-प्रसार जनमानस में और अधिक किया जा सके। इस अवसर पर राष्ट्रीय अटल कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया जाता है l
‘‘अटल सम्मान समारोह’’ एक अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय आयोजन है, यह हर वर्ष 24 दिसम्बर को दोपहर 1 बजे से भारत सरकार की देखरेख में अतिसुरक्षित देश के संसद भवन में आयोजित किया जाता है। जिसमें देश की विभिन्न क्षेत्रों की सुप्रसिद्ध हस्तियों व प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाता । यह आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में किया जाता है ताकि उनके प्रेरणामयी व्यक्तित्व का प्रचार-प्रसार जनमानस में और अधिक किया जा सके। इस अवसर पर राष्ट्रीय अटल कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया जाता है
यह सम्मान समारोह देशभर में सर्वाधिक प्रतिष्ठित सम्मान है। इसमें श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस 25 दिसम्बर के उपलक्ष्य में 25 सम्मान विभिन्न कैटेगिरी में दिये जाते हैं जो देश के अत्यंत प्रतिष्ठित महानुभावों को उनके श्रेष्ठ कार्यों के लिए दिए जाते हैं।
यह आयोजन पूर्णतः अटल जी को समर्पित रहता है व राष्ट्रवाद व भारतीय संस्कृति पर आधारित होता है जिसको गरिमा प्रदान करने के लिए व्यक्तिगत रूप से महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद व माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ व अनेक राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, सांसद, बुद्धिजीवी, फिल्मी कलाकार व अन्य क्षेत्रों के प्रतिष्ठित महानुभावों आदि आमंत्रित किया जाता है।
इस अवसर पर सुप्रसिद्ध कलाकारों/कवियों/गायकों द्वारा राष्ट्रवाद से ओतप्रोत कला का प्रस्तुतिकरण किया जाता है व अटल जी पर वृतचित्र का प्रसारण और अटल जी पर पुस्तक का लोकार्पण व उनसे सम्बन्धित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जाता है। दर्शकों का विशेष ध्यान रखते हुए प्रारम्भ में सभी श्रोताओं का तिलक व पुष्प माला से अभिनंदन व अंत में प्रतीक चिन्ह भेंट किया जाता है।
यह सम्मान महामहिम राष्ट्रपति को भी दिया जा चुका है। तथा पद्मभूषण विन्देश्वर पाठक, पद्मश्री भजन सोपोरी, श्रीधर पराड़कर, धु्रपद गायक पद्मश्री वसीफुद्दीन, कत्थक गुरू जितेन्द्र जी महाराज, एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, आरूषि पोखरियाल निशंक, फिल्म अभिनेत्री अमीषा पटेल, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, गायक नरेन्द्र चंचल, शंकर साहनी, कुमार विशु, सोनिया रावत, रेडियो जॉकी राहुल माकिन, फिल्मी व टीवी कलाकार पवन कुमार, उत्तर कुमार, मनोज बक्सी, कत्थक नृतक नलिनी-कमलनी, समाजसेवी नवीन तायल, डीपी गोयल, एस.पी.जालान, जी.एल.तनेजा, पत्रकार प्रबल प्रताप, सांसद ओम प्रकाश यादव, साहित्यकार पं. सुरेश नीरव, डॉ. यू.के.चौधरी, महामण्डलेश्वर स्वामी प्रज्ञानन्द जी व मरणोपरांत अशोक चक्र विजेता शहीद श्री मोहित शर्मा, वीर चक्र विजेता कर्नल टी.पी. त्यागी, मेजर एस. पी. सिन्हा, शौर्य चक्र विजेता मोहन सिंह रावत आदि अपने-अपने क्षेत्रों के दिग्गजों को दिया जा चुका है।
आयोजन की समय सीमा ठीक 1 बजे से 6 बजे तक रहता है। लगभग 4-5 घंटे। खान-पान हाई-टी का आयोजन 2 बार किया जाता है। दर्शकों का प्रवेश केवल 12:00 से 12:45 के मध्य होता है। उसके बाद प्रवेश नहीं होता। दर्शकों को प्रवेश के लिए पूर्व में जारी किया गया प्रवेश पत्र और कोई भी एक पहचान पत्र साथ लाना अनिवार्य होता है उसके बिना प्रवेश नहीं होता। सभी को सम्पूर्ण समय उपस्थित रहना अनिवार्य होता है। कार्यक्रम में सभी दर्शकों का स्वागत पुष्प माला/अंग वस्त्र व तिलक और शंखनाद-मंत्रोच्चार आदि कर पारम्परिक व सांस्कृतिक तरीके से किया जाता है। तथा अंत में सभी को प्रतीक चिन्ह भेंट किया जाता है। सभी को पानी की बोतल उनकी निर्धारित सीट पर ही दी जाती है। अर्वार्डियों, अतिथियों व स्पॉन्सर्स आदि का बैठने का स्थान विशेष व पूर्व निर्धारित होता है। इन सभी के प्रवेश हेतु सात दिन पहले विशेष प्रकार के ऐंट्री पास जारी किए जाते हैं तथा इन सभी को प्रथम गेट में प्रवेश के साथ ही अपना पास व अपनी पहचान वहां मौजूद बाउंसर्स/पदाधिकारी को बतानी होती है ताकि आयोजकों द्वारा अवॉर्डी के लिए किए गए विशेष इंतजामों का लाभ व सुरक्षा उनको दी जा सके। इन सभी का प्रवेश विशेष स्वागत द्वारा होता है तथा गेट पर आते ही 2 निजी सुरक्षाकर्मी उनकी सेवा में दे दिए जाते हैं जो उन्हें संसद भवन के अंदर ले जाते हैं तथा उनकी निर्धारित सीट पर बिठाकर वहीं उनके पीछे सुरक्षा में खड़े रहते हैं व अन्त में बाहर गाड़ी तक वापस भी छोड़ने आते हैं। पूरे समय साथ रहते हैं व उनकी विशेष छवि को बनाए रखते हुए उनका आदेश मानते हैं और उनका सामान आदि पकड़ने का कार्य भी करते हैं। अवॉर्डियों/सहायक/अतिथियों का सम्मान अत्यंत सुव्यवस्थित तरीके से किया जाता है। 11-21 ब्राह्मणों द्वारा पारम्परिक वेशभूषा में वैदिक संस्कृति के अनुसार शंखनाद व मंत्रोच्चार के साथ किया जाता है तथा तिलक, कलावा, नारियल, श्रीमद भगवत गीता, सम्मान पत्र, प्रतीक चिन्ह, शॉल, विशेष माला, मिठाई आदि भेंट कर सम्मानित किया जाता है। प्रत्येक अवॉर्डी का परिचय स्क्रीन पर दिखाया जाता है तथा उनके सम्मान पत्र का वाचन किया जाता है। आयोजन में चयन समिति, आयोजन समिति, स्वागत समिति का बैठने का स्थान अलग निर्धारित होता है । विज्ञापनदाता, सहायक, आदि को मंच पर स्थान दिया जाता है तथा अवॉडियों की तरह ही सम्मान भी दिया जाता है । यह प्रेस वार्ता में आमंत्रित रहते हैं, इनकी मीडिया में विशेष रूप से कवरेज रहती है l आयोजन से 2-3 दिन पहले देश के प्रतिष्ठित प्रेस क्लब ऑफ इण्डिया में एक बड़ी प्रेस वार्ता की जाती है। जिसमें केवल संस्था पदाधिकारी, चयन समिति, आयोजन समिति, विज्ञापनदाता, सहायक व अतिथि ही आमंत्रित रहते हैं व पत्रकारों से वार्ता करते हैं। और अवॉर्डियों व आयोजन की घोषणा करते हैं। यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आयोजन है तथा इसमें देश-विदेश के योग्य व प्रतिभावान लोगों को अटल जी के नाम पर सम्मानित किया जाता है। इसमें कुछ वह लोग होते हैं जो योग्य होते हैं मगर उनकी योग्यता देश के सम्मुख नहीं आ पाती अर्थात छुपी रहती है। तथा कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनकी फैन फोलोविंग लाखों में होती है जो देश की सेलेब्रेटी होती हैं। इनको देश के प्रमुख शीर्ष लोगों द्वारा सम्मानित किया जाता है।
फरीदाबाद की पहली अटल सम्मान समारोह से होने वाली आन पराशर पहली कलाकार है l इसके लिए आवेदन पत्र भरकर लगभग एक महीना पहले भेजना होता है उसके बाद चयन की प्रक्रिया शुरू होती है और उसके बाद चयन कमेटी के कुछ सदस्य तथ्यों की तहकीकात के लिए फोन पर भी संपर्क करते हैं अर्थात यह एक प्रक्रिया के माध्यम से चयन किया जाता है फरीदाबाद के लिए बहुत गर्व की बात है की फरीदाबाद की पहली अटल अवार्ड से सम्मानित आन पराशर होगी।
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