नई दिल्ली- बिहार में महागठबंधन की हार के बाद अब फिर कांग्रेस में उथल-पुथल शुरू हो गई है। पार्टी के बड़े नेता अपनी पार्टी के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं और सवाल उठाने लगे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर जो अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं उन्होंने अभी कुछ मिनट पहले ट्वीट कर लिखा है कि हमें सच को स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस के कमज़ोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया।कांग्रेस को इस विषय पर आत्म चिंतन ज़रूर करना चाहिए कि उस से कहाँ चूक हुई ? MIM की बिहार में इंटरी शुभ संकेत नहीं है।
आपको बता दें कि इसके पहले कांग्रेस 23 वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की मुखिया सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के भीतर शीर्ष से लेकर नीचे तक बड़े बदलाव की बात कही थी। साल 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस पार्टी का पतन लगातार जारी है और इसके बाद से पार्टी अपनी वापसी नहीं कर पाई है। जिन 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था उनमें पाँच पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के कई सदस्य, मौजूदा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शामिल थे। इन नेताओं की हाईकमान ने नहीं मानी थी और उस समय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर भाजपा के साथ साठगांठ का आरोप लगाया था।
आपके इस कथन से सहमत हूं कि,
— Devi Prasanna Misra (@misra_devi) November 12, 2020
"MIM की बिहार मे इन्ट्री शुभ संकेत नही है"।
सबसे बड़ा प्राब्लम यह है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता, चाहकर भी कुछ कर नही सकते। मान.गुलाम नवीजी तथा कई अन्य वरिष्ठ नेताओ के साथ क्या हुया ?
दू:ख है कि देश की सबसे बड़ी पार्टी आज इस हालत पर पहुंच गई ।🙏@INCIndia
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