नई दिल्ली- कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानो के दिल्ली कूच के बाद हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों में बहस जारी है। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों को भड़का रही है और एमएसपी के बारे में उन्होंने कहा कि एमएसपी को लेकर किसानों को कोई परेशानी हुई तो राजनीति छोड़ दूंगा। अब पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पलटवार किया है और कैप्टन का कहना है कि खट्टर साहब का ये बयान कि हमने लोगों को आंदोलन के लिए भड़काया है बिलकुल गलत है। हरियाणा के किसान आंदोलन कर रहे हैं उनको भी क्या मैं भड़का रहा हूं? आज पंजाब में हुआ फिर हरियाणा में ये सब किसानों का नैचुरल रिएक्शन है। उन्होंने कहा कि विरोध करना लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार है, अगर हमारा संविधान उन्हें अपनी आवाज़ उठाने का अधिकार देता है तो आप क्यों उन्हें रोक रहे हो?:
पंजाब के सीएम के बयान के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं हरियाणा के मुख्य्मंत्री के खास कहे जाने वाले जवाहर यादव ने लिखा है कि पंजाब की कांग्रेस कैप्टन अमरेंद्र सरकार दावा करती है कि उसने केंद्र सरकार के तीन कृषि विधेयक के विरूद्ध कानून बना कर किसान हितैषी फैसले लिए हैं। मगर, सीएम अमरेंद्र सिंह यह नहीं बताते कि उनकी सरकार एमएसपी पर सिर्फ गेंहू और धान ही खरीदेगी, जिसका पैसा मोदी सरकार देती है। जबकि हरियाणा की भाजपा मनोहर सरकार गेंहू और धान की तरह बाजरा, मक्का, मूंग, सरसों, सूरजमुखी, चना और मूँगफली की भी अपने पैसे से एमएसपी पर खरीदती है।
जब किसान हित में हरियाणा मनोहर सरकार अन्य फसलें भी MSP पर खरीद सकती है तो पंजाब की कैप्टन अमरेन्द्र सरकार क्यों नहीं खरीद सकती?
#Punjab CM @capt_amarinder :
— Supriya Bhardwaj (@Supriya23bh) November 26, 2020
Haryana’s Khattar Govt should have allowed farmers to pass through national highway to take their voice to Delhi peacefully
Farmers were not violating any law or indulging in violence#FarmersProtest #FarmersDilliChalo pic.twitter.com/CBkGY1nRum
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