नई दिल्ली- सिंधु बार्डर पर दो बार आंसू गैस छोड़े जाने के बाद भी किसान पीछे नहीं हटे और स्थिति और तनावपूर्ण हो सकती है क्यू कि सुबह कम किसान थे और अब काफी ज्यादा किसान वहाँ पहुँच गए हैं। कुछ देर पहले किसानों ने कहा था कि उनके और साथी पंजाब और हरियाणा से आ रहे हैं जिसके बाद वो आगे बढ़ेंगे। अतिरिक्त पुलिस भी मौके पर बुलाई गई और अब काफी पुलिस बार्डर पर पहुँच गई है। किसानों का कहना है कि चाहे एक साल यहाँ बैठना पड़े लेकिन वो दिल्ली पहुंचकर ही वापस लौटेंगे।
किसानों के इस आंदोलन को लेकर अब पंजाब के मुख्य्मंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार तुरंत किसानों से बात करे। जानकारी मिल रही है कि नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ मथुरा में प्रदर्शन कर रहे कुछ किसान प्रदर्शनकारियों को सड़क पर जाम लगाने के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है। किसान यहाँ यमुना एक्सप्रेसवे जाम करने का प्रयास कर रहे थे। जानकारी मिल रही है कि मेरठ, मुजफ्फरनगर और बागपत में किसान सड़को पर उतर आये हैं।
सिंधु बार्डर की बात करें तो पुलिस का प्रयास है कि किसी किसान को चोट न पहुंचे इसलिए वाटर कैनन का ही प्रयोग किया जा रहा है उधर किसान नेता भी किसानो से शांतिपूर्वक दिल्ली में प्रवेश की बात कर रहे है। कुछ किसान नेताओं का दावा है कि यहाँ जल्द कई लाख किसान पहुँच जाएंगे वो हर हालत में दिल्ली में प्रवेश करेंगे। किसान नेताओं का दावा है कि दिल्ली पुलिस ने उनके 720 साथियो को हिरासत में लिया है। उधर दिल्ली पुलिस की 9 स्टेडियमों को जेल बनाने की मांग को दिल्ली सरकार ने नकार दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र सर्कार को घेरते हुए कहा कि
जब गांधी जी की सत्य अहिंसा की लाठी लेकर देश के किसान निकले तो दुनिया का सबसे बड़ा ब्रिटिश साम्राज्य तिनके की तरह बिखर गया।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 27, 2020
आज फिर दिल्ली दरबार के भाजपाई अहंकारियों के ख़िलाफ़ हुंकार गूंजी है.
कांग्रेस काले क़ानूनों को ख़त्म करने को वचनबद्ध है।#FarmersProtest pic.twitter.com/PdHcYogGYO
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