नई दिल्ली: दिल्ली की कई बाजारों में कोरोना के कारण फिर लॉकडाउन लग सकता है तो अब हरियाणा के किसान भी केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। भारतीय किसान युनियन ने 26 नवम्बर को दिल्ली कूच करने का एलान कर दिया है। कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसान संगठनों की लगातार बैठकें हो रहीं हैं। भारतीय किसान युनियन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी दिल्ली कूच का नेतृत्व करेंगे।
कल शाहाबाद में किसानों की एक अहम् बैठक हुई जिसमे किसान नेताओं ने कहा इन कानूनों के लागू होने से अब खरीददार मंडी के बाहर फसल खरीदेगा, जिससे कंपीटीशन खत्म हो जाएगा और पैसे की गारंटी भी आढ़ती की नहीं होगी, जिससे मंडियां टूटेंगी और किसान को उचित दाम नहीं मिलेंगे। भविष्य में दाल और प्याज की तरह कभी भी खाद्य पदार्थों की काला बाजारी हो सकती है और कांट्रैक्ट फार्मिंग में भी बाजार के भाव कांट्रैक्ट से कम होने पर कंपनी फसल की क्वालिटी खराब बताकर छोड़ देगी और फसल नहीं खरीदेगी। यह कानून किसी भी तरह से किसानों और देश के पक्ष में न होकर केवल कंपनी और बड़े पूंजीपतियों का फायदा करेंगे।
उधर गुरनाम सिंह चढूनी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर लिखा है कि 26 नवंबर को दिल्ली कूच की तैयारी के लिए आज जिला सोनीपत के मुंडलाना, बुसाणा ,छितैहरा कथूरा, छिछडाना , सिसाना ,बिदरौली गांवों का दौरा किया लोगों ने बहुत अच्छा आश्वासन दिया और जिला सोनीपत से हमारी उम्मीद से ज्यादा लोग इस आंदोलन में भाग लेंगे सोनीपत वालों का बहुत-बहुत धन्यवाद
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