नई दिल्ली- बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं उप मुख्यमंत्री रहे सुशील कुमार मोदी के एक ट्वीट की लास्ट लाइन अब सोशल मीडिया पर सुर्ख़ियों में है। उस लास्ट लाइन से अब टीम तेजस्वी को लगता है कि पाशा कभी भी पलट सकता है और सुशील मोदी भाजपा में बगावत कर सकते हैं और कुछ विधायक अगर सुशील मोदी के साथ हुए तो तेजस्वी की राह आसान हो सकती है और चर्चाएं ये भी हैं कि सुशील मोदी को तेजस्वी बड़ा ऑफर भी दे सकते हैं यानी अगर सुशील कुमार मोदी कुछ विधायकों के साथ भाजपा से बगावत करते हैं तो टीम तेजस्वी उन्हें सीएम पद का भी ऑफर दे सकती है ताकि किसी भी हालत में बिहार में एनडीए की सरकार न रहे। मोदी ने अपने ट्वीट की लास्ट लाइन में लिखा है कि कार्यकर्त्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता। इसका सीधा मतलब है कि उनसे कुछ छीना गया है।
कल तक निराश हो चुके महागठबंधन को अब उम्मीद मिली है। महागठबंधन कल नितीश मंत्रिमंडल पर निगाहें गड़ाए बैठा है और महागठबंधन को उम्मीद है कि कुछ भाजपा विधायकों को मन के मुताबिक़ मंत्रालय नहीं मिला और कुछ विधायक मंत्री नहीं बनाये गए तो वो सब सुशील कुमार मोदी के साथ मिलकर भाजपा से बगावत कर देंगे और नीतीश सरकार बनने के बाद ही जल्द गिर जाएगी क्यू कि एनडीए के पास 125 विधायक हैं और महागठबंधन के पास भी 110 हैं। अगर 15 भाजपा विधायक भी सुशील मोदी के साथ हुए तो टीम तेजस्वी का काम बन जाएगा।बिहार के कई भाजपा विधायक मंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। अगर उनका सपना न पूरा हुआ तो उन्हें टीम तेजस्वी मंत्रालय का लालच देकर भाजपा तोड़ सकती है। आज से ही प्लान बनाया जा रहा है ऐसा सूत्रों द्वारा पता चला है। BJP MP में ऐसा कर चुकी है ,कमलनाथ से नाराज सिंधिया को अपने साथ लेकर इसलिए वही खेल बिहार में भी खेलने का प्रयास शुरू हो गया है। ये खेल अब टीम तेजस्वी खेलने का प्रयास करेगी।
अब टीम तेजस्वी ये अंदाजा लगाने में जुटी है कि सुशील मोदी भाजपा से कितने नाराज हैं। इसके लिए सुशील मोदी के पास तेजस्वी अपने किसी खास को भेज सकते हैं और मीडिया का भी साथ ले सकते हैं जो सुशील मोदी से ये पता करे कि उनकी नाराजगी कितनी है। ट्विटर पर अचानक सुशील मोदी ट्रेंड होने लगे हैं। कहा जा रहा है कि भाजपा ने मोदी के साथ अन्याय किया है। उनका सपना सीएम बनने का था लेकिन अब वो डिप्टी सीएम से भी गए। ये भी कहा जा रहा है कि पिछले चुनावों में नीतीश और लालू ने मिलकर मिलकर सरकार बनाया था और उस समय सुशील मोदी ने ही भाजपा को संभालकर रखा। ये भी कहा जा रहा है कि हो सकता है भाजपा मोदी को केंद्र में कोई मंत्रालय दे दे। पढ़े
आखिरी लाइन पढ़िए सर!
— 𝙋𝙧𝙖𝙫𝙚𝙚𝙣 𝙆𝙪𝙨𝙝𝙬𝙖𝙝𝙖 (@Pk_Kushwaha5) November 15, 2020
कह रहे हैं कि- उनका पद छीना गया है लेकिन कार्यकर्ता का पद कोई छीन नहीं सकता!
भाजपा द्वारा अडवाणी जी की टीम में बढ़ोतरी करने के लिए अब सुशील कुमार मोदी को भी जोड़ दिया.
— KALPESH RAVAL (@kalpeshravals) November 15, 2020
सुशील मोदी को नजरंदाज करना
— Sushil Kumar Singh (@SushilK96168392) November 15, 2020
भाजपा को मंहगा पड़ सकता है!
बिहार में भाजपा अगर कुछ कर सकी है,
तो वह सुशील मोदी की ही देन थी।
नितीश कुमार काम तो खत्म ही था,
क्योंकि जिस समय नितीश और तेजस्वी की सरकार थी उस समय भी सुशील मोदी ने भाजपा को सही ढंग से संभाला।
और आज सुशील मोदी को .....?
15 साल रहे बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भारतीय जनता पार्टी की सेवा किया
— Mushfique/مشفق/मुशफिक (@MushfiqueKhan11) November 15, 2020
जिनका सपना था वो एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उनके मनसूबे पर पनी फेर दिया
और उप मुख्यमंत्री की कुर्सी तक छीन ली
धोबी...... घर ना घाट का@yadavtejashwi @pushpampc13
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