नई दिल्ली- कोरोना ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल को कांग्रेस से छीन लिया। आज सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर मेदांता अस्पताल में उनका निधन हुआ। अहमद पटेल एक महीने पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उनके निधन से कांग्रेस ने अपना एक स्तम्भ खो दिया है। पटेल सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार थे और उनके निधन के बाद सोनिया गांधी ने कहा है कि मैंने एक सहयोगी को खो दिया है, जिसका पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित था। मैं एक वफादार सहयोगी और एक दोस्त खो चुकी हूं, उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।
पीएम नरेंद्र मोदी सहित सत्ता पक्ष के तमाम नेता भी अहमद पटेल के निधन से दुखी हैं। पीएम ने सुबह सबसे पहले अहमद पटेल के निधन पर दुःख जताया उस समय लोगों को विश्वाश नहीं हो रहा था कि अहमद पटेल अब नहीं रहे। गुजरात से राज्यसभा सांसद और कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे अहमद पटेल को 15 नवंबर को मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। अहमद पटेल उसके मेट्रो अस्पताल में भर्ती थे।
71 साल के अहमद पटेल तीन बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं और 5 बार राज्यसभा के सांसद रहे हैं। अगस्त 2018 में उन्हें कांग्रेस पार्टी का कोषाध्याक्ष नियुक्त किया गया था। पहली बार 1977 में 26 साल की उम्र में भरूच से लोकसभा का चुनाव जीतकर अहमद पटेल संसद पहुंचे थे। हमेशा पर्दे के पीछे से राजनीति करने वाले अहमद पटेल कांग्रेस परिवार के विश्वस्त नेताओं में गिने जाते थे। कांग्रेस के अधिकतर नेता उन्हें अहमद भाई कहते थे। आज उनके निधन से सभी दुखी हैं।
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