नई दिल्ली- दुनिया की सबसे ऊंची और सबसे लम्बी अटल टनल को पीएम नरेंद्र मोदी ने अभी कुछ देर पहले उद्घाटन किया। ये तनक 9. 2 किलोमीटर लम्बी है। 10,000 फीट की ऊंचाई पर इस टनल को बनाने में 10 साल लगे। इसे रोज 3,000 कारों और 1,500 ट्रकों का ट्रैफिक झेलने के लिहाज से बनाया गया है। इस समय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोगो को सम्बोधित कर रहे है। उन्होंने कहा कि ये टनल देश की जनता को समर्पित है और सेना के लिए भी समर्पित है।
— DD News (@DDNewslive) October 3, 2020
उन्होंने कहा कि इस टनल से यहाँ का पर्यटन बढ़ेगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। इस टनल के बारे में ख़ास बात ये है कि टनल में हर 150 मीटर की दूरी पर टेलीफोन सुविधा होगी। 60 मीटर पर हाइड्रेंट, हर 500 मीटर पर आपातकालीन निकास, प्रत्येक 2.2 किमी में वाहन मोड़ सकेंगे।2003 में कांगणी नाले में बादल फटने से रोहतांग टनल निर्माण में लगे 60 श्रमिकों की मौत हो गई थी। 2014 में ब्यास नदी में बाढ़ आने से हाकी पुल का बहुत बड़ा भाग बहने के कारण लगभग 20 श्रमिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।
— DD News (@DDNewslive) September 27, 2020
अब पीएम कार्यक्रम को सबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा किया आज अटल ही नहीं देश के लोगो का सपना पूरा हुआ है। अटल जी जब मनाली में रहते थे तब मैं यहाँ आता था। उन्होंने मजदूरों और इंजीनियरों को नमन किया और कहा कि हिमाचल के साथ साथ लेह लद्दाख को भी इस टनल से काफी फायदा मिलेगा। इस टनल से मानले और केलौह के बीच की दूरी तीन से चार घंटे कम हो जाएगी। लेह लद्दाख के किसानों और बागवानों को भी इससे फायदा मिलेगा। पीएम ने कहा कि 2002 में अटल जी ने इस टनल का शिलान्यास किया था लेकिन बीच में काम की रफ़्तार कम हो गई थी। 2014 में फिर इसके निर्माण की रफ़्तार बढ़ाई गई और अब ये टनल जनता को समर्पित कर दी गई है।
Post A Comment:
0 comments: