फ़रीदाबाद -- शहर की सामाजिकसंस्था मिशन जागृति के संस्थापक प्रवेश मलिक के आह्वान पर ,'बिटिया- संवेदना के लिए एकमुहिम' नाम से एकअभियान आरंभ किया गया। जिसका उद्देश्य समाज में फैली यौन- उत्पीड़न की घटनाओं पर रोकथाम लगाना है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए एक घोषणा - पत्र का निर्माण भी किया गया , जिससे ज़्यादा से ज़्यादा लोगोंको इस अभियान से जोड़कर ,लोगों में इसबात का प्रसार किया जाए कि समाज की हर आयु वर्ग की बिटिया न केवल एक पिता के लिए ये जिम्मेदारी है बल्कि पूरे समाज की ज़िम्मेदारी है।
इस प्रोजेक्ट के निदेशक विपिन शर्मा ने बताया कि मिशन जागृति ने बिटिया संवेदना के मद्देनजर एक जागरूकता अभियान की शुरूआत की है। जिसमें लोगों कोबेटी की सुरक्षा व यौन उत्पीड़न को खत्म करने के लिहाज से खुली चर्चा का आयाेजनकिया। इस मौके पर शहर के मौजीज लोगोंने अपने विचार व्यक्त किये और लोगों को महिला अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया। मिशन जागृति ने 11वीं खुली परिचर्चा बल्लबगढ़ की त्रिखा कॉलोनी में खुली चर्चा का आयोजन किया। जिसमें यौन शोषण कोखत्म करने के लिए चर्चा का आयोजन किया। इस चर्चा मेंबच्चों के साथ साथ उनके अभिभावकों ने भी हिस्सा लिया। मिशन जागृति के संरक्षक तेजपाल ने बताया कि इस तरह की खुली चर्चा से ही समाज में जागरूकता आएगी।
संस्था वरिष्ठ उपद्यक्ष रूपा ने कहा कि आएदिन रोजना अखबारों में ऐसी खबर आती है कि सिर शर्मसे झुक जाता है। इन खबरों को पढ़ कर यकीन नहीं होता कि हम ऐसे समाज में रह रहे हैंजहां पर बेटियां सुरक्षित नहीं है। ये हम सभी के लिए शर्म की बात है। अगर हमारी बेटी सुरक्षित रहेगी तो ही देश का विकास संभव है। इसअवसर पर सुषमा , राजबाला , सुषमा यादव , सुष्मिता, प्रिति, अवधेश ओझा नेअपने विचार रखे। मिशन जागृति के जिला प्रधान विवेक गौतम ने बताया कि अब इस तरह की चर्चा पूरे शहर में आयोजित की जाएगी ताकि हमारा समाज बेटियों की सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सके।
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