नई दिल्ली- जम्मू- कश्मीर के दो-तीन नेताओं ने सिर्फ जम्मू-कश्मीर की राजनीति की है और धारा 370 हटाना इन्हे खटक रहा है। फारूक अब्दुल्ला के बाद अब महबूबा मुफ़्ती ने भी अपना रुख जाहिर कर दिया है। 14 महीने के बाद रिहा हुईं महबूबा ने कल एक आडियो सन्देश जारी किया जिसमे उन्होंने कहा कि उस काले दिन का काला फैसला उनके दिमाग में हर रोज खटकता रहा है और इसके लिए वह संघर्ष करेंगी।
महबूबा ने कहा कि मैं आज एक साल से भी ज्यादा अर्से के बाद रिहा हुई हूं। इस दौरान 5 अगस्त 2019 के उस काले दिन का काला फैसला हर पल मेरे दिल और रूह पर हर पल वार करता रहा। मुझे एहसास है कि यही कैफियत जम्मू-कश्मीर के लोगों की रही होगी। हम में से कोई भी शख्स उस दिन की बेइज्जती को भूल नहीं सकता।
वेसे भी तुम 2 3 परिवारों ने मिल कर j&k को खूब लूटा है तुम लोगो ने दिया ही क्या है j&k को क्या विकास किया कुछ नही 0 विकास जो भी पैसा आया वो हड़प लिया और अपने बच्चों को क्यों नही कहते कि हथियार उठाओ उनको तो विदेश के बड़े बड़े स्कूल कॉलेज मे पढ़ाया गरीब जनता के पैसों से.. जय हिंद🇮🇳
— Diwan S (@DiwanSin) October 13, 2020
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