चंडीगढ़- हरियाणा के तमाम विपक्षी नेताओं का दावा है कि बरोदा उप-चुनाव के बाद भाजपा-जजपा सरकार गिर जाएगी। ये तो वक्त बताएगा। अगर सरकार गिरती है और प्रदेश में मध्यावधि चुनाव होते हैं तो हरियाणा में भाजपा सरकार शायद ही बन सके क्यू कि प्रदेश की जनता इस सरकार ने खुश नहीं है। कल ही हमने बताया था कि ऐसा लगता है कि प्रदेश में सरकार सिर्फ कागजों पर ही है और अफशरशाही सरकार पर पूरी तरह से हावी है। सीएम मनोहर लाल के किसी भी आदेश को अधिकारी इस कान से सुनते हैं उस कान से निकाल देते हैं।
प्रदेश सरकार डिजिटल होने का बड़ा दावा करती है लेकिन असलियत ये है कि प्रदेश की जनता अपनी समस्याओं को लेकर जब सीएम या अधिकारीयों को ट्वीट करती है तो 99 फीसदी लोगों को निराशा ही मिलती है। हरियाणा में दो अक्टूबर से स्वच्छता पखवाड़ा चल रहा है। इसके तहत नाले, नालियां और तालाबों सहित कई तरह की सफाई की बात कही गई थी और 17 अक्टूबर तक ये अभियान चलेगा। दो दिन शेष हैं लेकिन खट्टर का ये अभियान भी फेल हुआ। कल रात्रि में हमने अपने पाठकों से पूंछा था कि आपके क्षेत्र के नाले नालियां साफ़ हुईं या नहीं तो सैकड़ों लोगों की प्रतिक्रियाएं आईं। ऐसे लोग ढूंढें से नहीं मिल रहे हैं जिन्होंने हाँ कहा हो। स्क्रीन शॉट कल का ज्यादा देखना हो तो हमारे हरियाणा अब तक पेज पर जाएँ और वहां तमाम कमेंट्स पढ़ें
यही नहीं हमने भी 7 अक्टूबर को ये ट्वीट किया था और सीएम, सीएमओ, नगर निगम फरीदाबाद और डीसी फरीदाबाद को टैग किया था लेकिन अब तक किसी का कोई जबाब नहीं आया।
ये सब देख लगता है कि मनोहर सरकार सिर्फ कागजों पर चल रही है।
साहब क्या सच में स्वछता पखवाड़ा या कागजों पर- कई बार इस कूड़े की शिकायत लेकिन? नगर निगम फरीदाबाद नींद में है-हमेशा की तरह, फिर एक बार आप तक ये जानकारी @cmohry @mlkhattar @BabaRamkewal @Mcf_Faridabad @yashpalmurar @SmartCityFbad @anilvijminister pic.twitter.com/juHeKVpYYL
— Puspendra Singh Rajput हरियाणा अब तक (@psrajput75) October 7, 2020
Post A Comment:
0 comments: