चंडीगढ़, 11 अक्तूबर- हरियाणा पुलिस ने तीन गुमशुदा बच्चों को तलाश कर उन्हें उनके परिजनों को सौंप कर मानवता की मिसाल पेश की है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की मानव तस्करी निरोधक इकाई द्वारा दो वर्ष से गुमशुदा लडक़े को उसके परिवार से मिलाने में सफलता हासिल की गई है। यह 10 वर्षीय बच्चा बाल गृृह, झज्जर में रह रहा था। बच्चे द्वारा बताए गए पते और पिता के नाम के आधार पर पुलिस की मानव तस्करी निरोधक इकाई को हरदोई के पास लखीमपुर खीरी में इसके पिता का पता चला। बच्चे के परिवार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह बच्चा दिल्ली से गुम हो गया था और उसका कोई सुराग नहीं लग रहा था। राज्य अपराध शाखा द्वारा सीडब्ल्यूसी झज्जर से आदेश प्राप्त करके इस लडक़े को उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस बच्चे को गोद देने की प्रक्रिया सीडब्ल्यूसी झज्जर द्वारा की जा चुकी थी और गोद लेने वाले माता-पिता इस बच्चे को आस्ट्रेलिया लेकर जाना चाहते थे।
एक अन्य मामले में आशियाना पंचकूला में रह रहे सात महीने से गुमशुदा मंदबुद्धि बच्चे को उसके परिवार से मिलाने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। बच्चे द्वारा बोली जा रही भाषा के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस सहारनपुर से संपर्क साधा गया तो पता चला कि यह बच्चा शेखपुरा से गुमशुदा है। उसके परिवार से वीडियो कॉलिंग करवाई गई तो उन्होंने इस बच्चे को पहचान लिया व कानूनी प्रक्रिया अपनाकर सीडब्ल्यूसी पंचकूला से आदेश लेकर बच्चे को उसके माता पिता के सुपुर्द कर दिया गया ।
एक अन्य मामले में तीन दिन से गुमशुदा बच्चे को माता पिता से मिलवाया गया। राजस्थान पुलिस से सूचना प्राप्त हुई कि एक बच्चा रेलवे स्टेशन पर मिला है। बच्चे से मिली जानकारी पर बहादुरगढ़ रेलवे पुलिस से संपर्क साधा गया तो उसी दौरान लडक़े की मां पुलिस स्टेशन बहादुरगढ़ में अपने बच्चे की गुमशुदगी की रिर्पोट दर्ज करवाने आई हुई थी। पुलिस ने बीकानेर सीडब्ल्यूसी से आदेश लेकर बच्चे को माता-पिता से मिलवा दिया।
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