नई दिल्ली: घूंघट में नई बहू पूरे गांव को अच्छी लगती है लेकिन कुछ समय बाद लोग उसी बहू पर सवाल भी खड़े करते हैं जब वो घूंघट उठा देती है और आवाज करने लगती है ,गांव में बेपर्दा घूमने लगती है। अब ऐसे ही हालत भाजपा की होने लगी है। देश के लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी को शायद परख लिया है। पीएम अच्छे इंसान हैं और हमेशा देश की भलाई के लिए काम करते हैं और शायद ही उन्होंने कही छुट्टी ली हो। हर रोज कई-कई घंटे काम कर उन्होंने रिकार्ड भी बनाया है लेकिन शायद उनके मंत्री, सांसद कोई बड़ा गोलमाल कर रहे हैं जिस कारण पीएम नरेंद्र मोदी की देश में लोकप्रियता कम होने लगी है। कांग्रेस शुरू से ही उन्हें जुमलेबाज कहती आ रही है और अब जनता भी कहने लगी है। हरियाणा अब तक ने इस बारे में रिसर्च किया तो हमें पता चला कि पीएम के आगे पीछे घूमने वाले ही भाजपा का ग्राफ टपका रहे हैं।
तमाम नेता शायद बहुत भूखे हैं और सत्ता में आते ही अपना घर भरने लगे। तमाम नेता भ्रष्टाचार की हद पार करते जा रहे हैं। जब नेता भ्रष्ट हैं तो भ्रष्ट अधिकारी को भी कुछ नहीं बोल सकते और इस कारण कई विभागों के अधिकारी भी अपना घर भरने लगे। नुक्सान भाजपा का होने लगा। जनता भाजपा से नाराज होने लगी। पंचायत हो या नगर निगम हर जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कारण मोदी के वो भ्रष्ट नेता हैं जिनमे विधायक बनने की छमता नहीं थी और मोदी-मोदी कर सांसद बन गए और कुछ मंत्री भी बन गए और अपना घर भरने लगे और कुछ भ्रष्ट नेताओं ने तो 6 साल में इतना भर लिया कि अब उनकी 7 पुस्तें मौज करेंगी।
यही हाल हरियाणा का भी है। भाजपा हाईकमान ने ऐसे नेता को सीएम बनाया जिनकी ईमानदारी पर कोई सवाल नहीं उठा सकता लेकिन वो बहुत ईमानदार के साथ साथ बहुत कमजोर भी हैं और उनकी कमजोरी का फायदा हरियाणा के तमाम भ्रष्ट नेता उठा रहे हैं। यहाँ भी नुक्सान भाजपा का हो रहा है। आज लोग सीएम खट्टर का नाम लेते ही भड़क जाते हैं। जबकि उनकी कोई गलती नहीं है। 2012 से 2014 तक नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई सवाल तक नहीं उठाता था और 2014 में गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी देश के पीएम बने। उनसे देश के लोगों की जो अपेक्षाएं थीं वो पूरी भी होने लगीं और पूरी हुईं इसलिए नोटबंदी के बाद भी मोदी दुबारा देश के पीएम बने लेकिन पीएम के नाम पर सांसद और मंत्री बनने वालों ने लूट खसोट की हद कर दी और फिर पीएम का ग्राफ गिरने लगा और आपको बता दें कि आज गुजरात में पीएम ने पुलवाना हमले को लेकर विपक्षियों को आइना दिखाया लेकिन उनकी खबर पढ़ने वालों की संख्या नाम मात्र की है। सिर्फ चार शेयर अब तक और 4 हजार के आस पास रीच्ड
पीएम से ज्यादा तो बल्लबगढ़ की एक खबर पढ़ी जा रही है और देखी जा रही है जहाँ पूर्व विधायिका शारदा राठौर ने निकिता हत्याकांड को लेकर एक विरोध मार्च निकाला था। उनका पहला लाइव वीडियो 470 से ज्यादा लोगों ने शेयर किया और 82 हजार से ज्यादा उस वीडियो पर रीच्ड और शारदा के दुसरे वीडियो पर भी 26 हजार से ज्यादा रीच्ड और 200 से ज्यादा शेयर, जबकि ये वीडियो पीएम मोदी की खबर के बाद के हैं।
यही नहीं अभी शाम को शारदा राठौर की एक खबर पोस्ट किया। वो भी मोदी से ज्यादा शेयर। लगता है बल्लबगढ़ की शेरनी 75 पार के झांसे और खट्टर के बहकावे में पिछले साल बहुत बड़ी गलती कर चुकी है। अब देखते है गलती सुधारती हैं या नहीं। बात करें हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की तो उन्हें प्रदेश के 10 फीसदी भी लोग पसंद नहीं कर रहे है ,मेरे फेसबुक पेज पर जाकर देख लें। कौन क्या लिख रहा है। आपको एक कड़वा सच बता दें कि 2014 के बाद पूरा हरियाणा खुदा। रिलायंस के अम्बानी ने हरियाणा खोदा, एक किलोमीटर खोदने की परमीशन लेकर 100 किलोमीटर खोदा गया और जगह, जगह आपको एडीएल के बोर्ड भी सड़कों के किनारे दिखेंगे , अडानी गैस लिमिटेड। ये सब सोंची समझी राजनीति के तहत हुआ है। बड़े प्लान के तरह हुआ है और अब कहा जा रहा है कि कृष कानूनों में भी यही दोनों फायदा उठाएंगे। आपको बता चूका हूँ कि कोरोना काल में ये दोनों उद्योगपति मोटा माल कमा चुके हैं।
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