फरीदाबाद। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावता से भाजपा की केन्द्र और हरियाणा की सरकार बुरी तरह डर गई हैं। इसलिए किसान नेता श्री अम्बावता को आज दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के राजघाट पहुंचने से पहले ही उनके फार्म हाउस पर नजर बंद कर दिया। इतना ही नहीं फरीदाबाद पुलिस ने भी उनके सैक्टर 19 स्थित घर को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया और घर मेें मौजूद उनके परिवार वालों को नजरबंद कर दिया। पुलिस ने गली में लगे लोहे के गेेट को बंद कर दिया। इससे सैक्टर में रहने वाले लोगों को बहुत परेशानी उठानी पडी।
अम्बावता ने कहा कि पुलिस ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि भारतीय किसान यूनियन ने सितम्बर माह में केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीन अध्यादेशों के खिलाफ विरोध जताया था, और घोषणा की थी कि आगामी 2 अक्टूबर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस पर दिल्ली का चक्का जाम कर देंगे। उन्होने कहा था कि देश के सच्चे जन प्रिय नेता शास्त्री जी के जन्म दिवस से पूरे देश में भाजपा सरकार की हिटलर शाही के खिलाफ राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन शुरू कर दिए जाएंगे। ताकि सरकार द्वारा किसान की मौत बनकर लाए जा रहे इन अध्यादेशों को सरकार वापिस लेने पर मजबूर हो जाए। उन्होने कहा आज 2 अक्टूबर कि दिन दिल्ली राजघाट स्थित लाल बहादुर शास्त्री की समाधी स्थल के पास पार्क में भाकियू द्वारा किसान महासभा का आयोजन किया जाना था। इस महासभा में पूरे देश से भारतीय किसान यूनियन से जुडे हजारों किसानों के पहुंचने की योजना थी। इससे भाजपा सरकार की कारगुजारियों की पोल खुल जाती इसलिए भाकियू से डरकर सरकार ने यह कदम उठाया है।
अम्बावता ने कहा वह सरकार द्वारा उनको नजरबंद कराए जाने के कुकृत्य की निंदा करते हैं। उन्होने कहा आखिर कब तक पुलिस उनको घर में नजरबंद रखेगी। उन्होने कहा भाकियू के कार्यकर्ता पूरे देश में हैं। देश के 12 राज्यों के किसान उनके संगठन से जुडे हैं और जल्द पुलिस ने उनके ऊपर लगाई नजरबंदी नहीं हटाई तो देश में भाजपा के विरोध में किसान सडकों पर उतर आएंगे। उन्होने कहा भाजपा के इन अध्यादेशों को भारतीय किसान यूनियन (अ) किसी कीमत पर लागू नहीं होने देगी।
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