फरीदाबाद: शहर के इतिहास में पहली बार आज न्यू टाउन के दशहरा मैदान में रावण और उसके परिवार के पुतले नहीं दिख रहे हैं। शायद कोरोना इसका कारण है। दशहरे के दिन सुबह-सुबह ही इस मैदान में हजारों लोग पहुँचते थे और तमाम लोग रावण की पूजा भी करते थे लेकिन आज सब निराश लौट रहे हैं। फरीदाबाद में कोरोना के मामले ज्यादा कम नहीं हुए हैं इसलिए शायद इस बार मैदान में दशहरे का मेला न लगे। एक संस्था के रावण के पुतले बनाये हैं लेकिन पुतला मैदान के पास मालवीय वाटिका में खड़ा है। कई वर्षों से एनआईटी का दशहरा राजनीति का भी शिकार हो रहा है। इस बार कोरोना का भी शिकार हो गया।
हाल में फरीदाबाद धार्मिक सामजिक संगठन ने हाल में कहा था कि दशहरा मनाया जाएगा और शहर के लोग ऑनलाइन दशहरा मेला देख सकेंगे लेकिन शायद बात नहीं बनी। फरीदाबाद के डीसी यशपाल यादव ने हाल में कहा था कि कोरोना को लेकर इस बार ऐसे आयोजन नहीं हो सकेंगे। सरकार ने अनुमति नहीं दी इसलिए ये रावण इस बार मेले में नहीं खड़ा किया जा सकेगा। सस्था ने कहा है कि इस बार दशहरा मेला नहीं लगेगा। लोग मैदान में न आएं। वैसे आपको बता दें कि जहाँ चुनाव हैं वहां रैलियों में हजारों लोग इकठ्ठा हो रहे हैं इसलिए कई सवाल भी उठ रहे हैं।
Post A Comment:
0 comments: