नई दिल्ली/ फरीदाबाद : अभी हमने आपको मेवात के बारे में काफी कुछ बताया था और बताया था कि दिल्ली, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नॉएडा सहित पूरे एनसीआर में जितने क्राइम होते हैं उनमे से अधिकतर अपराधी मेवाती होते हैं। फरीदाबाद, गुरुग्राम की जेलों में अधिकतर मेवाती ही भरे पड़े हैं। वर्ष 2016 तक गुड़गांव की जेल में 2 हज़ार 100 अपराधी बंद थे और इनमें से 500 अपराधी सिर्फ मेवात के रहने वाले थे। यानी गुड़गांव की जेल में बंद कुल कैदियों में मेवात के अपराधियों की संख्या 24 प्रतिशत थी. वर्ष 2016 तक फरीदाबाद की ज़िला जेल में भी जितने कैदी बंद थे. उसमें से भी 25 प्रतिशत मेवात के थे। वर्तमान में इनकी संख्या और बढ़ गई है।
मेवाती हर तरह के अपराध में माहिर हैं। एनसीआर में वाहनों की चोरियां अधिकतर मेवाती ही करते हैं। लव जेहाद और धर्म परिवर्तन ही नहीं मेवात के लोग बकरियों तक को नहीं छोड़ते। बेजुबानों संग दरिंदगी के अधिकतर मामले मेवात से ही आते हैं। सूत्रों द्वारा चौंकाने वाली जानकारी ये मिली है कि ये मुर्गियों के साथ भी गलत काम करते हैं। मुर्गियां मर जाती हैं तो ये उन्हें काटकर बेंच देते हैं। बकरियों संग दरिंदगी का उदाहरण एक दो मामले नहीं थोक के भाव में ये विभिन्न अखबारों की पोस्टें है। न्यूज़ चैनलों की पोस्टें हैं। देखें
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