फरीदाबाद- हरियाणा में कोरोना का कहर अभी ख़त्म नहीं हुआ है। अब कल भी प्रदेश में 1065 नए मामले आये। फरीदाबाद के उप सिविल सर्जन एवं जिला नोडल अधिकारी-कोरोना डॉ. रामभगत बार-बार लोगों से आह्वान करते हैं कि नागरिक कहीं पर भी भीड़ देखे तो जिम्मेदार नागरिक होने के नाते एक दूसरे को सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक करें। वो कहते हैं कि लोग घर से मास्क पहनकर निकले व् अधिकारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाएं। ऐसा सभी जिले के स्वास्थ्य अधिकारी कहते हैं और मास्क न पहनने वालों का चालान भी काटा जाता है। कई ऐसे लगों के चालान काटे गए तो कार में बैठे थे और मास्क नहीं लगाए थे। सोशल मीडिया पर सवाल उठाया जा रहा है कि क्या ये नियम देश के गरीबों और आम आदमी पर ही लागू होता है। नेताओं पर ये नियम लागू क्यू नहीं होता। क्या देश में दो तरह के क़ानून हैं। अमीरों के लिए अलग और गरीबों के लिए अलग
ट्विटर पर फरीदाबाद के समाजसेवी वरुण श्योकंद ने कुछ तस्वीरें पोस्ट की हैं जिनमे तमाम नेता दिख रहे हैं लेकिन मुँह पर मास्क किसी के नहीं दिख रहा है ,कइयों के मास्क हैं तो गले में लटके हैं। क्या मास्क गले में लटकाने से कोरोना नहीं पकड़ता। वरुण ने लिखा है कि क्या चालान सिर्फ आम जनता के हो रहे हैं मास्क ना लगाने पर, वह भी करोड़ों के और अगर ऐसा हो रहा है तो क्या नेताओं और उनके समर्थकों के लिए कानून अलग है।। क्या आम गरीब जनता का इस देश में कोई अधिकार नहीं।
@cmohry @anilvijminister @FTPfbd @police_haryana श्रीमान क्या चालान सिर्फ आम जनता के हो रहे हैं मास्क ना लगाने पर, वह भी करोड़ों के और अगर ऐसा हो रहा है तो क्या नेताओं और उनके समर्थकों के लिए कानून अलग है।। क्या आम गरीब जनता का इस देश में कोई अधिकार नहीं।। pic.twitter.com/PpSqzNzX9l
— Varun Sheokand (@sheokand_varun) October 12, 2020
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