नई दिल्ली- देश में ही कुछ लोग कुछ संगठन बनाकर कुछ लोगो को साथ में लेकर बड़ा खेल खेल रहे हैं। हाथरस में दंगे करवाने के प्रयास में जल्द अब भीम आर्मी पर भी शिकंजा कसा जा सकता है। पीएफआई ने भीम आर्मी को भी फंडिंग की थी साथ में मथुरा से गिरफ्तार किया गया पीएफआई का एक पत्रकार के खाते की जांच में सामने आया है कि हाथरस काण्ड के बाद उसके खाते में भारी फंडिंग पीएफआई ने ही की थी। उसके अन्य खातों की तलाश भी की जा रही है। फरवरी में उत्तर प्रदेश में दंगे करवाने वाले ही हाथरस में इन्साफ के नाम पर बड़े दंगे की तैयारी की जा रही थी और मथुरा में गिरफ्तार पीएफआई का जेहादी ही शाहीन बाग़ के दफ्तर का सचिव था। अब पुलिस उसे रिमांड पर लेने की कोशिश कर रही है।
जांच एजेंसियों को भीम आर्मी और पीएफआई की मिली भगत के सबूत मिले हैं। पीएफआई ने भीम आर्मी को दंगे करवाने के लिए फंडिंग की थी ऐसा जांच एजेंसियों का कहना है। जांच एजेंसियों की मानें तो इस मामले में उत्तर प्रदेश का एक खनन माफिया भी बेनकाब हो सकता है । फिलहाल सबके खाते खंगाले जा रहे हैं। विदेशी फंडिंग से आये पैसे इन्ही कुछ लोगों में बांटे गए हैं। सबका प्रयास था कि हाथरस के बहाने दलितों को भड़काया जाए और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर दंगे करवाए जाएँ। कुछ दलितों की जान जाए ताकि डेढ़ साल बाद होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में दलित भाजपा के आस-पास न दिखें। आपको बता दें कि दिल्ली दंगे में भी पीएफआई ने फंडिंग की थी और भीम आर्मी के चंद्रशेखर उर्फ़ रावण जामा मस्जिद गए थे। उन्हें गिरफ्तार कर तिहाड़ भी भेजा गया था।
#HathrasTruthExposed PFI funded Bhim Army . Name of a mining mafia emerges who used Hawala for funding . A Neta from Western Uttar Pradesh under scanner who funded Anti CAA riots , was funding Hathras Riots too .
— Chayan Chatterjee (@Satyanewshi) October 9, 2020
रावण तो PFI का दल्ला निकला ।
— रावण भिम्टा(दलित हु शूद्र हु पर हिन्दू हु मित्र) (@CDDALCUWwbnP7Ed) October 9, 2020
जेल जाने की तैयारी कर ले जो तुने आग लगाने की कोशिश किया हाथरस मे एक बदचलन लड्की के लीए जो खुद ठाकुर लडके से रंगरेलिया मनाती थी जिसका ना रेप हुआ न जीभ कटी न रीड की हड्डी टूटि ।
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