फरीदाबाद- पिछले नगर निगम चुनावों में एनआईटी फरीदाबाद विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले अधिकतर वार्डों में जनता ने भाजपा प्रत्याशियों को एक तरफ़ा जिताया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हो या 2019 का अधिकतर लोगों ने भाजपा को ही वोट दिया था। पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में एनआईटी से भाजपा उम्मीदवार थोड़े से मतों से हारे थे। जिस तरह से जनता ने भाजपा का साथ दिया उस तरह से भाजपा ने यहाँ की जनता का साथ नहीं दिया। अब चर्चाएं हैं कि रेलवे लाइन के उस पार और इस पार विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है। रेलवे लाइन के इस पार की बात करें तो बल्लबगढ़ विधानसभा क्षेत्र का भी काफी हिस्सा इस पार पड़ता है और बल्लबगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा प्रदेश के केबिनेट मंत्री हैं। बड़खल विधानसभा क्षेत्र भी इस पार ही है जहाँ सीमा त्रिखा भाजपा की विधायक हैं। एनआईटी क्षेत्र में कांग्रेस की जीत हुई थी फिर भी भाजपा के नगेन्द्र भड़ाना को काफी मत मिले थे। रेलवे लाइन इस पार अब बड़ी चर्चाएं हैं।
कहा जा रहा है कि नीलम या बाटा फ्लाईओवर पर चढ़कर उस तरफ देखो तो जन्नत जैसा नजारा, ऊंची-ऊंची इमारतें और इस तरफ कुछ भी नहीं दिखता। इस तरफ की तमाम सड़कों पर धूल ही धूल देख लगता है कि विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है। बड़खल की कुछ सड़कें तो काफी हद तक ठीक हैं। यहाँ सीमा त्रिखा ने काफी मेहनत कर तमाम सड़कों को बनवाया है और क्षेत्र में कैलाश बैसला जैसे ऐसे भी नेता हैं जो अपनी जेब से करोड़ों खर्च कर स्थानीय सड़कें बनवा दीं लेकिन एनआईटी का हाल बेहाल है। यहाँ सबका साथ, सबका विकास नहीं दिखता। नीरज शर्मा तो पिछले साल विधायक बने थे। उनसे पहले के विधायक भाजपा के साथ थे लेकिन उस समय क्षेत्र के सेक्टर 55 में पूर्व मंत्री पंडित शिव चरण लाल शर्मा द्वारा बनवाई गई एक अस्पताल को भी शुरू नहीं करवाया जा सका।
हार्डवेयर-प्याली रोड पर तो कौन इंजीनियर कब सड़क के गड्ढों के कारण जान से हाथ धो बैठे कोई पता नहीं। समयपुर रोड का हाल बेहाल है। नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डों की हालत दयनीय है। रेलवे लाइन के इस पार अधिकतर गरीब मजदूर रहते हैं। तमाम कालोनियां हैं। कई लाख लोग रहते हैं और वोट भी देते हैं और अधिकतर लोगों ने भाजपा को वोट दिया लेकिन भाजपा ने सड़कों के गड्ढे तक नहीं ठीक करवाए ,कहा जा रहा है कि रेलवे लाइन इस पार के रहने वालों के साथ सौतेला व्योहार किया जा रहा है। इस क्षेत्र का हर नेता कैलाश बैसला नहीं है ,भाजपा के तमाम पार्षदों पर बड़े सवाल उठाये जा रहे हैं।
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार के तमाम नेता और अधिकारी सड़कों के गड्ढ़े एक फोटों भेजने पर भरने का दावा करते हैं। हाल में प्याली-हार्डवेयर की एक सड़क के गड्ढों ने इंजीनियर सचिन शर्मा की जान ले ली।तमाम खबरों में, टीवी चैनलों पर और सोशल मीडिया पर इस बारे में ख़बरें छपीं लेकिन हरियाणा के किसी अधिकारी और हरियाणा सरकार को ये सड़क अब भी नहीं दिखी। शायद ये सरकार सिर्फ कागजों पर चल रही है।
Post A Comment:
0 comments: