नई दिल्ली- किसान अध्यादेशों को लेकर केंद्र सरकार घिर रही है। अब अपने भी साथ छोड़ने लगे हैं। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि हमने किसान की भावनाएं केंद्र सरकार को बताने की कोशिश की, परन्तु जब केंद्र सरकार ने किसान की शंका को दूर नहीं किया और तुरंत संसद में बिल लेकर आ गए तो हमारी पार्टी ने फैसला किया कि हम इसका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया की हरसिमरत कौर जी इस्तीफा देंगी और उन्होंने इस्तीफा दे दिया। पार्टी कोर कमेटी की बैठक जल्द होगी। अगला फैसला पार्टी द्वारा लिया जाएगा।
आपको बता दें कि शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कृषि बिल के विरोध में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने देश और पंजाब के किसानों का साथ दिया। जो कई दिनों से सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं। हमारी मांग यही थी कि इस अध्यादेश को लेकर जो शंका है, उसे दूर किया जाए। आज मैं उस सरकार का हिस्सा नहीं होना चाहती, जिसने शंका को दूर किए बिना अध्यादेश पास करने का फैसला किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हरसिमरत बादल का केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
मालुम कि कल इस अध्यादेश को पास कर दिया गया जिसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयकों का पारित होना देश के किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को भ्रमित करने में बहुत सारी शक्तियां लगी हुई हैं। मैं अपने किसान भाइयों और बहनों को आश्वस्त करता हूं कि MSP और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी। ये विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं।
Post A Comment:
0 comments: