नई दिल्ली- हरियाणा के क्या मध्यावधि चुनाव के लिए एक बड़ा खेल खेला जा रहा है। सोशल मीडिया पर दुष्यंत चौटाला समर्थन वापस लो ट्रेंड करवाया जा रहा है और दुष्यंत पर स्तीफ़े का बड़ा दबाव बनाया जा रहा है उधर किसान आज सड़क पर उतर रहे हैं। एक तरह से किसान आंदोलन शुरू होने वाला है। इस आंदोलन को सफल बनाने में विपक्षी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंक रहीं हैं जबकि सरकार फिलहाल बैकफुट पर दिख रही है। सीएम मनोहर लाल किसानों से अपील कर चुके हैं लेकिन लगता नहीं किसान उनकी अपील मानेंगे।
वर्तमान में हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। भाजपा के पास 40 सीटें हैं। कांग्रेस ने 31, जेजेपी 10, हरियाणा लोकहित पार्टी 1, आईएनएलडी 1 और 7 सीटें अन्यों को मिली है। कांग्रेस के एक विधायक श्री कृष्ण हुड्डा का निधन हो गया जो बरोदा से चुने गए थे। ऐसे में कांग्रेस के पास 30 विधायक ही हैं। अगर दुष्यंत समर्थन वापस भी लेते हैं तो भाजपा निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार चलाने का प्रयास करेगी लेकिन महम के विधायक बलराज कुंडू पहले से ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखें हैं ऐसे में निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार का चल पाना मुश्किल होगा, कांग्रेस के पास भी बहुमत नहीं है और प्रदेश की जनता को मध्यावधि चुनाव झेलना पड़ेगा।
फिलहाल दुष्यंत चौटाला ऐसा कोई संकेत नहीं दे रहे हैं कि वो सरकार से समर्थन वापस लेंगे। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि विपक्ष किसानों को भड़का रहा है। अध्यादेशों से किसानों का कोई नुक्सान नहीं है।Are farmers of India foolish that they don't understand the bill. If this bill was in the benefit of Indian farmers, why are the farmers are out on the streets? Why are the farmers in Haryana being beaten by the police???#दुष्यंत_समर्थन_वापिस_लो @Dchautala @cmohry i pic.twitter.com/Kd2tiZ8rQU— Shauryaveer Singh (@INCShauryaveer) September 19, 2020
Opposition parties have mislead led the farmers for their own political gains. The PM has assured farmers of MSP. Farmers will be able to freely trade their produce anywhere. During this pandemic, blocking roads in protest is not correct: Haryana Min Anil Vij on agriculture Bills pic.twitter.com/qUuE7HZCoF— ANI (@ANI) September 20, 2020
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