नई दिल्ली- देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में सड़कों का जाल बन रहा है और आने वाले एक दो वर्षों में उत्तर प्रदेश में कई बड़े एक्सप्रेवे जनता को समर्पित कर दिए जाएंगे और पूरे प्रदेश की यात्रा बहुत ही सुगम हो जाएगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर काम युद्ध स्तर पर जारी है। इन बड़े प्रोजेक्ट वाली सड़कों पर कोरोना का कोई असर नहीं दिख रहा है। कई राज्यों में सरकारें बड़े बड़े एलान कर रहीं हैं लेकिन काम कागजों तक ही हो रहा है। कई राज्यों की सरकारें पुरानी सड़कों की मरम्मत तक नहीं करवा पा रहीं हैं।
296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास मार्च में हुआ था जिस पर अब रात दिन काम चल रहा है। करीब 15 हजार करोड़ रूपये की लागत से बन रहे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया और इटावा जिलों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
अन्य जितने एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं सब किसी न किसी जिले को टच कर रहे हैं। इन सभी के बनने के बाद तमाम जिलों की कई घंटे की दूरी काफी कम हो जाएगी। किसी को यातायात जाम में नहीं फंसना पड़ेगा क्यू कि एक्सप्रेस-वे पर सिंगल स्पीड ब्रेकर भी नहीं दिखते और न कभी इन पर जाम लगते देखा गया है। सभी बड़े एक्सप्रेस-वे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तरह ही बन रहे हैं।
Post A Comment:
0 comments: